Move to Jagran APP

नारकीय जीवन जीने को मजबूर आर्य नगरी के बाशिदे

व्हाइट टेंपल शिव मंदिर गली के निवासियों ने सीवरेज बोर्ड के एसडीओ को शिकायत पत्र देकर समस्या का हल करने की गुहार लगाई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 03:29 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 03:29 PM (IST)
नारकीय जीवन जीने को मजबूर आर्य नगरी के बाशिदे
नारकीय जीवन जीने को मजबूर आर्य नगरी के बाशिदे

संवाद सहयोगी, अबोहर : आर्य नगरी-नई आबादी की मुख्य गली नजदीक बाबा रामदेव मंदिर व व्हाइट टेंपल शिव मंदिर गली के निवासियों ने सीवरेज बोर्ड के एसडीओ को शिकायत पत्र देकर समस्या का हल करने की गुहार लगाई है। इलाके के लोग व समाज सुधार सभा के प्रधान राजेश गुप्ता, विजय कुमार, सुनीता, अनिल कुमार समेत करीब 100 लोगों के हस्ताक्षर वाले शिकायत पत्र में कहा गया है यहां पिछले लंबे समय से सीवरेज जाम की समस्या है, जिस कारण वह नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। अकसर यहां सीवरेज का दूषित पानी जमा हो जाता है जो बदबू मारता है, जिस कारण उनका घरों में भी रहना मुश्किल हो रहा है।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि कई बार तो यह दूषित पानी उनके घरों में घुस जाता है जिस कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि सप्ताह में चार-पांच दिन ऐसी ही स्थिति बनी रहती है। सीवरेज कर्मी एक बार आकर पानी निकाल जाते है लेकिन दूसरे दिन फिर वहीं हाल हो जाता है।

उन्होंने कहा कि नई आबादी से शहर को जोड़ने का यह मुख्य मार्ग है। दूषित पानी के कारण हर समय बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। गर्मी में मच्छरों की भरमार है। स्वास्थ्य विभाग ने भी यहां आकर किसी दवा का छिड़काव करना जरूरी नहीं समझा। राजेश गुप्ता ने कहा कि यह समस्या काफी पुरानी है और हर चुनाव में नेता इस समस्या का हल करने का भरोसा देते हैं, लेकिन उसके बाद कभी कोई सुध नहीं लेता। उन्होंने सीवरेज बोर्ड के एसडीओ से इस समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।

क्या कहते है एक्सईएन

सीवरेज बोर्ड के एक्सईएन जुगल किशोर ने कहा कि सीवरेज पाइप डालने का काम गोशाला रोड पर चल रहा है और जैसे ही सीवरेज पाइप लाइन डालने का काम मुकम्मल हो जाएगा, क्षेत्र की सीवरेज समस्या का पूरी तरह से निदान हो जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.