वेतन कटौती के विरोध में सड़क पर उतरे शिक्षक
अबोहर : एसएसए/रमसा तथा सीएसएस उर्दु अध्यापकों के वेतन में 65 प्रतिशत कटौती करते हुए उन्हें रेगुलर करने की घोषणा के बाद अध्यापकों में भारी रोष व्याप्त है।
जागरण संवाददाता, अबोहर : एसएसए/रमसा तथा सीएसएस उर्दु अध्यापकों के वेतन में 65 प्रतिशत कटौती करते हुए उन्हें रेगुलर करने की घोषणा के बाद अध्यापकों में भारी रोष व्याप्त है। इसी के चलते शुक्रवार देर शाम अध्यापकों ने प्रांतीय पदाधिकारियों के आह्वान पर शहर में रोष मार्च निकालते हुए दो जगह रोड जाम किया प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ के कार्यालय के बाहर पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अध्यापकों ने पंजाब सरकार को भेजने के लिए अपने खून से बोतल भी भरी।
रोषित अध्यापकों ने कहा कि एक ओर जहां मेहनती अध्यापकों के वेतन में भारी कटौती की जा रही है वहीं पंजाब सरकार ने नाजायज कालोनियों का निर्माण कर करोड़ों रूपए कमाने वाले कॉलोनाइजरों का करोड़ों का जुर्माना माफ कर साबित कर दिया है। सरकार मेहनतकश लोगो को खून निचोड़कर पूंजीपतियों की तिजोरियां भर रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अपना निर्णय बदलकर पूरी तनख्?वाह सहित सेवाएं रेगुलर करने का निर्णय न लिया तो 7 अक्टूबर को पटियाला में पक्का धरना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8800 अध्यापकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। भगत ¨सह चौक व बाजार नंबर 12 में चक्का जाम कर अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ के कार्यालय के सामने धरना लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर सुरेन्द्र बीला पटी, प्रमोद बिश्रोई, महेन्द्र कौडियांवाली, बेअंत ¨सह, प्रवीण कुमार, आदर्श, भगवंत भठेजा, मनदीप ¨थद, सुनील कुमार, राकेश मक्कड़, जगदीप, शैलजा, शालू, अर्पित आदि मौजूद थे।