सेवा, सिमरण व सत्संग को जन-जन तक पंहुचाने का लिया संकल्प
अबोहर : भगत हंसराज महाराज के स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय श्रीराम शरणम् आश्रम में विशेष सत्संग कार्यक्रम करवाया गया।
जासं, अबोहर : भगत हंसराज महाराज के स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय श्रीराम शरणम् आश्रम में विशेष सत्संग कार्यक्रम करवाया गया। स्वामी सत्यानंद महाराज द्वारा रचित कल्याणकारी पाठ अमृतवाणी के उपरांत मुख्य सेवक मदनलाल भालोठिया व संतोष भालोठिया ने समूह संगतों की ओर से भगत हंसराज जी के चित्र पर तिलक लगाया तथा पुष्पांजलि भेंटकर शीश नवाया। अरुणा भालोठिया, रेणुका टंडन, दीपाली राजोरिया, नीलम खुंगर, अंकुश धवन, मुनीष ¨सगला, सुरेश बेदी, श्यामसुंदर सचदेवा, शकुंतला गिल्होत्रा, सपना मुंजाल, रेखा चावला ने गुरुजनों की महिमा का गुणगान करते हुए संगीतमयी भजनों से माहौल को भक्तिमय बना दिया। भालोठिया ने पूज्य भगतजी के प्रेरणादायक जीवन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जन-जन व घर-घर में राम नाम की अलख जगाने के लिए भगत हंसराज जी ने अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया। गांव-गांव, शहर-शहर जाकर उन्होंने दोनों हाथों से राम नाम के मोतियों की वर्षा की। लोगों को अहम व स्वार्थ को त्याग कर परमार्थ के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। हर छोटे बडे़ के हाथ में रामायण व माला को शोभायमान किया। आडंबरों, वहमों-भ्रमों से दूर रहकर निडर होकर सादगी व अनुशासन से देश व समाज की सेवा करने की सदैव सभी को प्रेरणा दी। भगतजी महाराज 100 वर्ष की आयु में 4 सितंबर, 2014 को बह्मा मुहूर्त में राम नाम का सिमरण करते हुए प्रभु चरणों में विलीन हो गए। भालोठिया ने उन द्वारा दर्शाए सेवा, सिमरण व सत्संग के कार्य को और अधिक समर्पण से आगे बढ़ाने का सभी श्रद्धालुओं के साथ प्रण लिया। कार्यक्रम के समापन पर सैकड़ों श्रद्धालुओं को तुलसी के पौधे प्रदान किए गए।