गर्भावस्था में आयोडीन की पर्याप्त मात्रा जरूरी : मनबीर
अबोहर : मिशन तंदुरुस्त पंजाब के तहत स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सीएचसी बहाववाला में आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों के बारे में महिलाओं व बच्चों को जागरूक किया गया। बीईई मनबीर ¨सह ने बताया कि सेहत विभाग की ओर से आयोडीन डेफिशियंसी डिसऑर्डर प्रिवेंशन-डे के तहत सेमिनार करवाया गया।
जासं, अबोहर : मिशन तंदुरुस्त पंजाब के तहत स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सीएचसी बहाववाला में आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियों के बारे में महिलाओं व बच्चों को जागरूक किया गया। बीईई मनबीर ¨सह ने बताया कि सेहत विभाग की ओर से आयोडीन डेफिशियंसी डिसऑर्डर प्रिवेंशन-डे के तहत सेमिनार करवाया गया। आयोडीन हमारे भोजन के प्रमुख पोषक तत्वों में से एक है, इसकी कमी से मानसिक और शारीरिक विकास से जुड़ी कई बीमारियां होती हैं। दुनिया में प्रति वर्ष लाखों बच्चे सीखने की कम•ाोर क्षमता के साथ पैदा होते हैं, क्योंकि उनकी माताओं ने गर्भावस्था के दौरान भोजन में आयोडीन की पर्याप्त मात्रा नहीं ली होती। इसकी मदद से गर्दन के पास पाई जाने वाली थायराइड ग्रंथी विकास के लिए •ारूरी हार्मोन पैदा करती है और इसकी कमी से रोग हो जाता है। आयोडीन की कमी के कारण बच्चों का बौद्धिक स्तर 10 से 15 प्रतिशत तक कम हो सकता है। इसके साथ ही भैंगापन, कद का छोटा होना, गूंगापन, सुनने की क्षमता में कमी आदि बीमारियां बच्चों में देखने को मिलती हैं। आयोडीन की कमी से गर्भवती महिलाओं का गर्भपात या बच्चा किसी कमजोरी के साथ पैदा होता है। उन्होंने बताया कि हमें आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग करना चाहिए। नमक खरीदते समय उसके पैकेट पर उगते सूरज का निशान और आयोडीन युक्त नमक लिखा हुआ जरूर देखना चाहिए। खुले नमक या काले नमक में आयोडीन की मात्रा बहुत कम होती है।