एक फायरमैन के सहारे शहर की फायर ब्रिगेड
अबोहर : दिवाली पर पटाखों के कारण अग्निकांड की घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में फायर ब्रिगेड कर्मियों का भी काम बढ़ जाता है। अबोहर फायर ब्रिगेड में गाड़िया तो चार हैं, लेकिन ड्राइवर तीन हैं, जबकि जरूरत 12 की है।
राज नरूला, अबोहर : दिवाली पर पटाखों के कारण अग्निकांड की घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में फायर ब्रिगेड कर्मियों का भी काम बढ़ जाता है। अबोहर फायर ब्रिगेड में गाड़िया तो चार हैं, लेकिन ड्राइवर तीन हैं, जबकि जरूरत 12 की है। आग बुझाने वाला फायरमैन केवल एक ही है, जबकि गाड़ियों के हिसाब से 24 घंटे ड्यूटी के हिसाब से इनकी संख्या 48 होनी चाहिए। ली¨डग फायरमैन तीन हैं, जबकि 16 की जरूरत है। गाड़ियों के हिसाब से ड्राइवर 12 होने चाहिए जबकि तीन ड्राइवर ही है, क्योंकि एक गाड़ी पर चौबीस घंटे ड्यूटी के लिए तीन ड्राइवरों की जरूरत रहती है, जिसको देखते हुए 9 ड्राइवर की भी जरूरत है।
फायर अफसर गुरजंट ¨सह बराड़ ने बताया कि एक ही फायरमैन होने के कारण उसकी ड्यूटी चौबीस घंटे रहती है। अगर कोई अग्निकांड की घटना हो जाती है तो ऐसे में ड्राइवर, ली¨डग फायरमैन, फायरमैन और वह मिलकर आग पर काबू पाने के प्रयास में जुट जाते हैं। एक तरफ अब नरमे व धान का सीजन चल रहा है तो दूसरी तरफ दीपावली का, जिस कारण उनका काम व ¨चता बढ़ गई है। बराड़ ने बताया कि एक गाड़ी, ड्राइवर व फायरमैन तो उन्होंने पुडा कॉलोनी में जिस दिन से वहां पटाखों की स्टाल लग जाएगी तैनात कर देना है, जबकि अन्य स्टाफ से काम चलाया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि वैसे उन्होंने दीपावली के मद्देनजर ड्राइवर व फायरमैन की डिमांड कर रखी है। पहले सभी कर्मियों की ड्यूटी 8-8 घंटे की रहती है, जबकि अब कुछ दिन के लिए सभी कर्मियों की ड्यूटी 24 घंटे कर दी जाएगी।
आतिशबाजी व पैराशूट का न करें इस्तेमाल : बराड़
फायर अफसर गुरजंट ¨सह बराड़ ने जहां लोगों को कम पटाखे चलाने व निर्धारित समय अनुसार ही पटाखे चलाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आतिशबाजी व पैराशूट के कारण अग्निकांड होने की आशंका अधिक रहती है, क्योंकि यह कहा जाकर गिरेगी, इसका पता किसी को नहीं होता। इसका प्रयोग करने से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पटाखे चलाते समय पानी व रेता इत्यादि का प्रबंध भी कर लेना चाहिए, ताकि सुरक्षित दीपावली मनाई जा सके।