अस्पताल में दलालों से दुखी गायनी स्पेशलिस्ट ने ली छुट्टी
सरकारी अस्पताल में नियुक्त महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सुप्रिया चौधरी 24 जुलाई से लेकर 10 अगस्त तक छुट्टी पर चली गई हैं।
राज नरूला : अबोहर : सरकारी अस्पताल में नियुक्त महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. सुप्रिया चौधरी 24 जुलाई से लेकर 10 अगस्त तक छुट्टी पर चली गई हैं। इससे पहले भी वह एक जुलाई से 17 जुलाई तक छुट्टी पर थीं। छुट्टी लेना भले ही कर्मियों का अधिकार है, लेकिन अस्पताल की एकमात्र महिला रोग विशेषज्ञ के छुट्टी पर होने से गर्भवती महिलाओं को परेशानी हो रही है। इससे सरकारी अस्पताल का दारोमदार महिला नर्स पर ही है जो डिलीवरी भी खुद ही करवाती हैं। वैसे अस्पताल का रिकॉर्ड देखें तो यहा रोजाना 4 से 5 केस नॉर्मल डिलीवरी के आते हैं, जबकि सप्ताह में एक दो सिजेरियन केस भी आते हैं, लेकिन डॉक्टर न होने से सिजेरियन केस करवाना असंभव हो जाता है। बीते माह सरकारी अस्पताल में 210 नॉर्मल डिलीवरी हुईं और तीन सिजेरियन। अब महिला रोग विशेषज्ञ के छुट्टी पर होने से जहा गर्भवती महिलाओं को परेशानी होगी, उन्हें प्राइवेट डॉक्टरों के पास जाने को भी मजबूर होना पड़ेगा। डॉ. सुप्रिया चौधरी का आरोप है कि सरकारी अस्पताल में महिला मरीजों की जाच के दौरान भी कुछ एजेंट उन्हें परेशान करते हैं व वीडियो तक बनाने से गुरेज नहीं करते। उन्होंने कहा कि इस बाबत अनेक बार उन्हें रात को भी मरीज को अटेंड करने के लिए आना पड़ता है। इस दौरान भी उन्हें परेशान किया जाता है। इसकी शिकायत एसएमओ व सिविल सर्जन को दी गई है, कार्रवाई नहीं की गई, जिससे उन्हें मजबूरी में फिर से छुट्टी लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। डॉ. चौधरी का आरोप है कि अस्पताल में प्राइवेट एजेंटों का बोलबाला है जो मरीज को अपने नर्सिंग होम में ले जाने के प्रयास में रहते हैं।
आज डॉक्टर को बुलाया गया है, हल की जाएगी समस्या
सरकारी अस्पताल की एसएमओ डॉ. अमिता चौधरी ने कहा कि जिन के खिलाफ डॉ. सुप्रिया चौधरी ने शिकायत दी है। डॉक्टर को वीरवार को अस्पताल में बुलाया गया है व उसके बाद कोई आगे की कार्रवाई की जाएगी।