पंखे से लटकती मिली बीएसएफ जवान की पत्नी की लाश
अबोहर : गांव पंचकोसी निवासी बीएसएफ जवान की पत्नी का शव घर में पंखे से लटकता हुआ मिला। मायका पक्ष ने ससुरालियों पर दहेज की खातिर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिस उच्चाधिकारियों ने शव को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और मृतका के परिजनों के बयान पर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, अबोहर : गांव पंचकोसी निवासी बीएसएफ जवान की पत्नी का शव घर में पंखे से लटकता हुआ मिला। मायका पक्ष ने ससुरालियों पर दहेज की खातिर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिस उच्चाधिकारियों ने शव को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और मृतका के परिजनों के बयान पर जांच शुरू कर दी है।
गांव धौलीपाल निवासी महेंद्र कुमार पुत्र मोहन लाल ने बताया कि उसकी बहन कुसुम (25) की शादी पांच साल पहले पंचकोसी निवासी एवं दिल्ली में बीएसएफ में तैनात श्रीराम पुत्र कैलाश नाथ के साथ हुई थी। शादी के बाद उनके घर दो बेटों ने जन्म लिया। महेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि करीब एक वर्ष से उसके ससुराल वाले कुसुम को दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे थे। बीते रोज भी पति, ससुर, सास, देवर ने उसकी बहन के साथ मारपीट की, जिसके बाद उसने इस मारपीट की सूचना उन्हें फोन पर दी। लेकिन गांव के कुछ रसूखदार लोगों ने इस मामले को शांत करवाने में मध्यस्ता दिखाई और एक बार मामला सुलट गया। भाई ने बताया कि सोमवार सुबह करीब आठ बजे उन्हें सूचना मिली कि कुसुम की मौत हो गई है, वे तुरंत पंचकोसी पहुंचे तो बहन का शव पंखे से फंदे पर लटका हुआ मिला।
पुलिस ने पति सहित ससुराल परिवार के चार लोगों को नामजद किया
सूचना मिलते ही एसपी विरेंद्र चौधरी, थाना खुईयां सरवर प्रभारी सुनील कुमार, एएसआई हर¨जदर ¨सह मौके पर पहुंचे और मृतका के शव को नीचे उतरवाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वीडियोग्राफी भी करवाई। मृतका के परिजनों ने उसके ससुरालियों पर कुसुम की हत्या करने के आरोप लगाते हुए पुलिस अधिकारियों से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने महेंद्र कुमार के बयान पर मृतका के पति श्रीराम, ससुर कैलाश नाथ, सास पार्वती, देवर गगनप्रीत के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
छुट्टी काटने घर आया था फौजी पति, 15 को ज्वाइन करनी थी ड्यूटी
बीएसएफ दिल्ली में तैनात श्रीराम 45 दिनों के अवकाश पर अपने घर पर छुट्टी बिताने के लिए आया हुआ था और 15 नवंबर को उसने वापिस ड्यूटी पर जाना था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्रीराम ने तीन वर्ष दिल्ली में राजी खुशी पत्नी के साथ बिताए थे, लेकिन गांव में आकर रहने से उनमें घरेलू झगड़ा रहने लगा था।