डायरिया रोकने को घर-घर दवा बांटेंगी आशा वर्कर्स
जागरण संवाददाता, अबोहर डायरिया को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 से 22 जुलाई त
जागरण संवाददाता, अबोहर
डायरिया को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 से 22 जुलाई तक डायरिया कंट्रोल प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसके उपलक्ष्य में सिविल अस्पताल में वीरवार को स्टाफ, आशा वर्कर्स व एएनएम के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। कार्यकारी एसएमओ डॉ. युधिष्टर के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर बाल रोग विशेषा डॉ. साहब राम, बीईई मनबीर ¨सह, कंवलजीत कौर मौजूद थे।
डॉ. चौधरी व डॉ. साहब राम ने बताया कि दुनियाभर में डायरिया से लाखों लोगों की मौत हो जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया नियंत्रण के लिए पाक्षिक कार्यक्रम मनाया जा रहा है। जिसके तहत आशा वर्कर घर-घर जाकर जीरो से 5 वर्ष तक के बच्चों को ओआरएस पैकेट वितरित करेंगी। यदि किसी बच्चे को दस्त की शिकायत होगी या डायरिया के लक्षण नजर आएंगे तो उन्हें ओआरएस के साथ साथ ¨जक की 14 गोलियां भी दी जाएंगी। साथ ही वे बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल रेफर करेंगी। डॉ. साहब राम ने बताया कि छह माह से कम आयु के बच्चों को ¨जक की आधी गोली और 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को पूरी गोली 14 दिनों तक जरूर दी जाए। उन्होंने बताया कि डायरिया होने पर भी बच्चे को मां का दूध देते रहना चाहिए। मनबीर ¨सह ने पूरे स्टाफ को प्रोग्राम को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक एएनएम व आशा वर्कर द्वारा अपने क्षेत्र के प्राइमरी स्कूलों व आंगनबाड़ी सेंटर में बच्चों को हाथ धोने के सही तरीके बताए जाएं और सेहत केंद्रों पर ओआरएस ¨जक कॉर्नर स्थापित किए जाएं, ताकि अगर कोई दस्त से पीड़ित बच्चा आए तो उसे तुरंत ओआरएस घोल दिया जा सके। इस अवसर पर हेल्थ वर्कर टहल ¨सह, भरत सेठी, राजेश कुमार, अमनीश कुमार मौजूद थे।