पंजाबी सभ्याचार मंच ने चंद्रशेखर को किया नमन
संवाद सहयोगी, अबोहर पंजाबी सभ्याचार मंच द्वारा सरकारी मॉडल हाई स्कूल में महान क्रांतिक
संवाद सहयोगी, अबोहर
पंजाबी सभ्याचार मंच द्वारा सरकारी मॉडल हाई स्कूल में महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जयंती मनाई गई। इस अवसर पर लेखक परिषद के प्रधान राज सदोष मुख्यअतिथि थे, जबकि अध्यक्षता पूर्व एसडीएम बीएल सिक्का व स्कूल मुख्य अध्यापक सुरेंद्र मिगलानी ने की।
बीएल सिक्का ने कहा कि आजादी के इतने वर्ष बाद भी अधिकांश भारतवासी महसूस कर रहे हैं कि जिन लक्ष्यों के चलते देश के हजारों शूरवीरों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था, वह लक्ष्य प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन दो मोर्चो पर लड़ा गया। एक तरफ अ¨हसा का मार्ग अपनाकर ब्रिटिश साम्राज्य पर नैतिक व प्रशासकीय दबाव बनाने में महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, लोकमान्य तिलक व सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे नेता महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे, वहीं युवा क्रांतिकारी सर्वस्व बलिदान करके देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करवाने में जुटे हुए थे। ऐसे ही युवाओं में चन्द्रशेखर आजाद का नाम अग्रणी बलिदानियों की सूची में आता है, जिन्होंने पुलिस के आगे आत्मसमर्पण करने की बजाए, आत्मबलिदान करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि भले ही आजाद जीवित नहीं रहे, लेकिन उनके इस बलिदान ने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी और अन्य युवाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया। अंकुर गर्ग ने कहा कि लगभग 160 वर्ष पहले आरंभ हुए स्वतंत्रता संग्राम के बाद 71 वर्ष पहले हमारा देश आजाद हो गया था, लेकिन वर्तमान परिवेश में भी हमारे युवाओं को नशे जैसी बुरी आदतों से बचने के लिए स्वयं के साथ युद्ध करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम अब भी चल रहा है, लेकिन उसका स्वरूप बदल गया है। मंच के प्रधान गुरचरण ¨सह गिल ने बच्चों को देशभक्ति के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि सभी बच्चों को अपने गुरुओं, अभिभावकों व बुजुर्गों का आदर सम्मान करना चाहिए। मुख्यअध्यापक सुरेंद्र मिगलानी ने मंच का आभार व्यक्त किया। मंच द्वारा इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ एक ही दिन में 500 पौधे लगाने वाले दंपती हरजीत ¨सह व हरमीत कौर को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। मंच संचालन रिटायर्ड स्काउट मास्टर दर्शन लाल चुघ ने किया। इस दौरान शहीद के चित्र पर पुष्पांजलि भेंट करने वालों में एडवोकेट देसराज कंबोज, राघव नागपाल, एडवोकेट विजेंद्रपाल बिश्नोई, रमेश बजाज, रमेश मिढा, हरमीत कौर, हरजीत ¨सह, सुशील चौधरी, जसवंत ¨सह, डॉ. आदर्श व सुभाष शाक्य के अलावा स्कूल का समूह स्टाफ व विद्यार्थी शामिल थे।