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तीसरे दिन भी बंद रही 20 बसें, यात्री हुए परेशान

पहले जहां कोरोना महमारी के चलते रेलगाड़ियों के ना चलने के कारण लोगों को सफर करने के लिए बसों का सहारा लेना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 05:40 PM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 05:40 PM (IST)
तीसरे दिन भी बंद रही 20 बसें, यात्री हुए परेशान
तीसरे दिन भी बंद रही 20 बसें, यात्री हुए परेशान

जागरण संवाददाता, फाजिल्का : पहले जहां कोरोना महमारी के चलते रेलगाड़ियों के ना चलने के कारण लोगों को सफर करने के लिए बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं अब पिछले तीन दिनों से पनबस कर्मचारियों के हड़ताल के चलते 20 से 22 बसें बंद पड़ी हैंस जिस कारण रेगुलर चल रही छह से आठ बसों के लिए बस स्टैंड पर यात्रियों को घंटों इंतजार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं यूनियन ने भी फैसला लिया है, कि अगर रविवार को उनकी मांगों का हल ना हुआ तो 9 नवंबर को छह डिपो बंद करके रोष प्रदर्शन किया जाएगा।

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पनबस यूनियन की ओर से एक कंडक्टर पर हुई कार्रवाई को लेकर संघर्ष किया जा रहा है। जिसके तहत फाजिल्का में पनबस कर्मचारियों की हड़ताल शुक्रवार से चल रही है। इस कारण जहां वर्किंग वाले दिन शुक्रवार व शनिवार को भी लोगों को परेशानियां उठानी पड़ी। वहीं रविवार को अपने रिश्तेदारों व कार्यो से वापस जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह फाजिल्का के बस स्टैंड पर मौजूद मोहित जोशी ने कहा कि उसे किसी जरूरी कार्य के लिए मक्खू जाना था। वह सुबह करीब सवा आठ बजे फाजिल्का के बस स्टैंड पर पहुंचा। लेकिन यहां आकर पता चला कि कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है, जिसके चलते उसे रेगुलर बस का इंतजार करना पड़ा। वहीं कई सवारियां तो कर्मचारियों की हड़ताल सुनकर ही वापस लौट गई। इसके अलावा रविवार को कुछ बसें मलोट व कुछ बसें फिरोजपुर की तरफ गई। इसके अलावा अबोहर की तरफ एक सीधी बस अबोहर से होते हुए श्रीगंगानगर गई। इसके अलावा सारा दिन कच्चे कर्मचारी बस स्टैंड पर धरना देकर बैठे रहे। इसके अलावा लंबे रूप की गाड़ियां तो पूरी तरह से बंद रही।

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कंडक्टर को ड्यूटी पर बहाल करने की मांग

इस मौके धरने पर बैठे प्रांतीय अध्यक्ष मनप्रीत सिंह व डिपो चेयरमैन प्रितपाल सिंह ने कहा कि पंजाब रोडवेज के भ्रष्ट अफसरशाही द्वारा रोडवेज को बचाने और करप्शन रोकने वाले यूनियन के नुमाइंदों की अवैध रिपोर्टें करके दबाने की कोशिश की जा रही है। यूनियन की मांग है कि अवैध रिपोर्ट रद करके कंडक्टर को ड्यूटी पर बहाल किया जाए व उक्त मामले की जांच करवाई जाए। इस दौरान फैसला लिया गया कि यदि उक्त मांगों का हल न किया गया तो 09 नवंबर को सुबह 10 बजे मटका फोड प्रदर्शन किया जाएगा व डिविजन के 6 डिपू बंद किए जाएंगे। इस मौके फाजिल्का सब डीपू, सैक्ट्री गुरबखश सिंह, कैशियर उडीक चंद जगनदीप सिंह, अमरीक सिंह, दलजीत सिंह, हरभजन सिंह, कुलदीप सिंह ने रोष प्रदर्शन किया।


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