सड़कों पर यमदूत बनकर दौड़ रहे बिना रिफलेक्टर लगे वाहन, एक वर्ष में कोई चालान नहीं
जिले की सड़कों पर बिना रिफलेक्टर लगे वाहन यमदूत बनकर दौड़ रहे हैं।
धरमिदर सिंह फतेहगढ़ साहिब,
जिले की सड़कों पर बिना रिफलेक्टर लगे वाहन यमदूत बनकर दौड़ रहे हैं। ट्रैफिक नियमों की पालना के लिए बने कानून में ऐसे वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई का प्रावधान भी है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि ट्रैफिक पुलिस इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं।
सर्दी के दिनों में घनी धुंध में ऐसे वाहन लोगों की कीमती जानों पर भारी पड़ते हैं। 90 फीसदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और रेत से भरे टिप्परों के पीछे रिफलेक्टर नहीं लगे होते हैं। जिले का जायजा लेने पर देखा गया कि दिन-रात ऐसे वाहन सड़कों पर दौड़ते रहते हैं। किसी भी इलाके में ट्रैफिक पुलिस का कोई नाका न होने के क ारण इन वाहनों को रोकने वाला कोई दिखाई नहीं देता। रात के समय सड़कों पर दौड़ते इन वाहनों से हादसों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। गत वर्ष एक ही हादसे में घायल हुए थे 56 लोग
गत वर्ष साधूगढ़ गांव के पास धुंध में जीटी रोड पर बिना रिफलेक्टर लगे वाहन के कारण एक के बाद एक करीब 19 वाहन आपस में टकरा गए थे। इस हादसे में 56 लोग घायल हुए थे। इसके अलावा धुंध में वाहनों के टकराने की घटनाएं आम होती रहती हैं। इसका कारण कई वाहनों पर रिफलेक्टर न लगा होना है। जागरूकता के लिए हम सेमिनार लगाते रहते हैं। एनजीओज की मदद से सर्दियों में वाहनों पर रिफलेक्टर भी लगाए जाते हैं। फिलहाल ऐसा कोई चालान नहीं किया गया। लेकिन आने वाले दिनों में बिना रिफ्लेक्टर लगे वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा।
सुखपाल सिंह, जिला ट्रैफिक प्रभारी