सब्जियों की निर्धारित कीमतों से असमंजस में सब्जी विक्रेता
बस्सी पठाना कोरोना को फैलने से रोकने व लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से प्रशासन ने लोगों को अपने घरों में रहने की अपील की है
संदीप अरोड़ा, बस्सी पठाना : कोरोना को फैलने से रोकने व लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से प्रशासन ने लोगों को अपने घरों में रहने की अपील की है और उन्हें यह आश्वासन दिया जा रहा है कि उनकी आवश्यकता का हर सामान उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान सब्जी विक्रेताओं, मेडिकल स्टोर, दूध विक्रेता व करियाना स्टोर के मालिकों की सूची जहां फोन नंबरों सहित सोशल मीडिया द्वारा व गली मोहल्लों में चिपका कर लोगों को अवगत करवाया गया है। वहीं, सब्जी विक्रेताओं को सब्जियों की रेट लिस्ट लगाने की सख्त हिदायतें भी की गई हैं और रेट लिस्ट न लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई व जुर्माना लगाने का प्रावधान रखा गया है।
हलका बस्सी पठाना में भी मार्केट कमेटी ने रोजाना मंडी में आने वाली सब्जियों की लिस्ट तैयार की जाती है, जिसे सब्जियां बेचने वालों को रेहड़ी पर चिपकाना अनिवार्य बनाया जाता है। लेकिन इन निर्देशों से सब्जी विक्रेता असमंजस की स्थिति में आ गए हैं। कुछ सब्जी विक्रेताओं ने अपना नाम न छापने की सूरत में बताया कि सब्जी मंडी में अगर कोई भी सब्जी दो क्वालिटी व किस्म की आती है और अगर एक ही क्वालिटी की सब्जी की लिस्ट तैयार की जाती है तो दूसरी क्वालिटी वाली उसी सब्जी को बेचने में दिक्कत पेश आती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंडी में अगर कम क्वालिटी का टमाटर 20 रुपये किलो और बढि़या क्वालिटी का टमाटर 23-25 रुपये किलो उन्हें मिलता है और अगर रेट लिस्ट में 20 रुपये किलो टमाटर बेचने के निर्देश हैं तो वह बढि़या क्वालिटी वाला टमाटर जो उन्हें खुद 23-25 रुपये में मिला है, उसे भला किस प्रकार 20 रुपये किलो में बेचेंगे। इसलिए मार्केट कमेटी और प्रशासन को या तो सब्जियों की दोनों किस्मों की रेट लिस्ट तैयार करके दी जानी चाहिए। ऐसा करने से जहां लोगों को सब्जियों की दोनों किस्मों व गुणवत्ता के बारे में पता लग सकेगा। वहीं, उन्हें भी सब्जियां बेचने में आसानी होगी। सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि अगर प्रशासन उनकी विवशता को नहीं समझ पाता है तो भी वह सब्जियां बेचने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस दौरान उनके साथ मार्केट कमेटी का कोई कर्मचारी भी रहे जो बेची गई सब्जियों के पैसे खुद रखे और शाम को उन्हें 500 रुपये दिहाड़ी दे दी जाए। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि प्रशासन को उनकी इस समस्या का पहल के आधार पर समाधान करना चाहिए ताकि उन्हें सब्जियां बेचने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
मार्केट कमेटी सचिव से करेंगे बात : एसडीएम
एसडीएम पवित्र सिंह ने कहा कि वह इस संबंध में मार्केट कमेटी के सचिव से बात करेंगे। उनकी ओर से जो आढ़तिए सब्जी खरीदते है उनके रेहड़ी वालों को सब्जी बेचने की अनुमति दी गई है, ताकि कोई भी अधिक रेट पर सब्जी न बेच सकें।