पांच नर्सरियों में तैयार किए जाएंगे अढ़ाई लाख औषधीय पौधे
फतेहगढ़ साहिब एक ओर जहां पूरा देश कोरोना जैसी भयानक बीमारी से लड़ रहा है। वहीं पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए लगातार पौधे भी लगाए जा रहे हैं
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : एक ओर जहां पूरा देश कोरोना जैसी भयानक बीमारी से लड़ रहा है। वहीं, पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए लगातार पौधे भी लगाए जा रहे हैं, ताकि पर्यावरण को संतुलित व स्वच्छ रखा जा सके। जिला फतेहगढ़ साहिब में पौधों की पौध तैयार करने के लिए सात नर्सरियां पहले ही कार्य कर रही हैं, परंतु मौके की नजाकत को देखते हुए जिले में 10 ओर नर्सरियां तैयार की जा रही हैं। जिनमें से पांच नर्सरियां वन विभाग से मिलकर तैयार की जा रही हैं। इतना ही नहीं, इनमें विभिन्न किस्मों के 2.25 लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। एडीसी (डी) अमरीक सिंह सिद्धू के अनुसार उपरोक्त नर्सरियों के अलावा पांच औषधीय पौधों की नर्सरियां तैयार की जा रही हैं, जिनमें अढ़ाई लाख पौधे तैयार किए जाएंगे। पौधों में तुलसी, नीम, ऐलोविरा, जामुन, अर्जुन, अमलतास के पौधे शामिल हैं। तैयार किए इन पौधों को जिले के सभी गांवों में लगाया जाएगा।
272 गांवों में 57,679 पौधे लगाए गए
वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान जिले की 428 ग्राम पंचायतों में कुल 1,35,600 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है और रेलवे विभाग से अनुबंध के तहत 50 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसमें से अब तक जिले के 272 गांवों में 57,679 पौधे लगाए गए हैं। इससे मनरेगा वर्करों को 60,181 दिनों का रोजगार देकर 158.27 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
मनरेगा के तहत लगाए 1096 वन मित्र करते हैं संभाल
अमरीक सिंह सिद्धू ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित जिला फतेहगढ़ साहिब की 428 पंचायतों में 2,35,400 पौधे लगाए गए थे। जिनकी संभाल के लिए मनरेगा स्कीम के तहत 1096 वन मित्र तैनात किए गए हैं, जो इन पौधों की संभाल की जा रही है।