रोजा शरीफ दरगाह में 24 सितंबर से शुरू होगा वार्षिक उर्स, इस बार नहीं आएंगे पाकिस्तानी प्रतिनिधि
मुस्लिम समुदाय में दूसरे मक्का मदीना के नाम से जाने जाते रोजा शरीफ के वार्षिक उर्स पर देश विदेश से लोग हजरत शेख अहमद फारूकी सरहिंदी मुजद्द अलफसानी की दरगाह पर सलाम करने पहुंचते हैं। उर्स की तैयारियां जोर शोर से जारी हैं।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब: बस्सी पठाना रोड पर स्थित रोजा शरीफ दरगाह में 24 सितंबर से तीन दिवसीय वार्षिक उर्स शुरू होने जा रहा है। हालांकि इस बार यहां हर साल पाकिस्तान से आने वाले प्रतिनिधि नहीं पहुंच रहे हैं। इसका कारण क्या है इसके बारे में कुछ स्पष्ट नहीं है। रोजा शरीफ के खलीफा सैयद मोहम्मद सादिक रजा मुजद्दी ने कहा कि इस बार पाकिस्तान के बजाय केवल बंगलादेश से ही प्रतिनिधि आ रहे हैं। वहीं, भारत के विभिन्न शहरों से भी काफी प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं।
घरेलू वस्तुएं खरीदारी करने को मिलेगी
मुस्लिम समुदाय में दूसरे मक्का मदीना के नाम से जाने जाते रोजा शरीफ के वार्षिक उर्स पर देश विदेश से लोग हजरत शेख अहमद फारूकी सरहिंदी मुजद्द अलफसानी की दरगाह पर सलाम करने पहुंचते हैं। उर्स में अल्लाह की इबादत करने के लिए हर बार पाकिस्तान से 100 से 150 तक प्रतिनिधि आते हैं, लेकिन इस बार वे नहीं आ रहे हैं। उर्स की तैयारियां जोर शोर से जारी हैं। वार्षिक उर्स को लेकर दरगाह शरीफ के प्रांगण व रोजा शरीफ के बाहर दुकानें सजनी शुरू हो गई हैं। यहां लोगों को कलाकृतियां, कपड़ा व अन्य घरेलू वस्तुएं खरीदारी करने को मिलेगी।
जिला प्रशासन ने किए पुख्ता प्रबंध
वहीं जिला प्रशासन ने भी उर्स को लेकर सुरक्षा सहित मूलभूत सुविधाओं के पुख्ता प्रबंध किए हैं। इसमें चिकित्सा, बिजली, पानी, आपात स्थिति से निपटने तथा लोगों की हर संभव सुविधा को ध्यान में रखा जाएगा। इस बाबत कुछ दिन पहले जिला प्रशासन के साथ हुई मीटिंग में डीसी परनीत कौर शेरगिल ने संबंधित अधिकारियों को रोजा शरीफ में सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करवाने की बात कही है।
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