अध्यापकों ने विधायक नागरा का दफ्तर घेरा
सांझा अध्यापक यूनियन के आहवान पर अध्यापकों के वेतन कटौती के ़िखला़फ और समूह कच्चे मुलाजिमों को पूरा वेतन और जारी करने और उनकी जबरन बदलियों के विरोध में हलका विधायक कुलजीत ¨सह नागरा के दफ्तर का घेराव कर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : सांझा अध्यापक यूनियन के आह्वान पर अध्यापकों के वेतन कटौती के खिलाफ और समूह कच्चे मुलाजिमों को पूरा वेतन जारी करने और उनकी जबरन बदलियों के विरोध में हलका विधायक कुलजीत ¨सह नागरा के दफ्तर का घेराव कर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके उपरांत कांग्रेसी पार्षद गुरप्रीत ¨सह लाली को विधायक के नाम मांगपत्र सौंपा।
इस मौके पर नेताओं ने कहा कि सरकार मुलाजिमों की हक की और जायज मांगों को पूरी करने की बजाय उनकी आवाज दबाने के लिए अध्यापकों पर दबाव और भय का माहौल बना रही है। जबकि मुलाजिम नेता बुलंद आवाज में सरकार की अध्यापक विरोधी, दमनकारी नीतियों, बच्चों की पढ़ाई के साथ खिलवाड़ करने और तथ्यहीन प्रोजेक्टों से विद्यार्थियों की शिक्षा ग्रहण करने में रुकावटें पैदा की जा रही हैं। जिसको अध्यापक सरकार के कच्चा चिट्ठा लोगों कचहरी में खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकार के जुल्म के नीचे दबने वाले नहीं हैं। मोर्चो के नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि नेताओं और अध्यापकों की जबरन बदलियां बंद नहीं की तो अध्यापक अपना संघर्ष तेज करेंगे।
मोर्चे के प्रदेश कनवीनर द¨वदर ¨सह पूनिया ने बताया कि 7 अक्टूबर से पटियाला में जबरन बदलियों के विरोध में उनके मोर्चो के नेतृत्व में चल रहे पक्के संघर्ष और भूख हड़ताल के 37 दिन बाद भी पंजाब सरकार की अध्यापक मसलों के प्रति बेरुखी अध्यापकों को संघर्ष के लिए मजबूर कर रही है। जिससे आहत होकर उन्होंने ्आगामी 18 नवंबर को वित्तमंत्री और शिक्षा मंत्री की रिहायश का घेराव करने की योजना बनाई है। अध्यापकों ने दी शिक्षा विभाग को चेतावनी
अध्यापकों ने शिक्षा विभाग अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा कि जबरन बदलियों की जगह किसी नए अध्यापक को जॉइन न करवाया जाए, यदि ऐसा हुआ तो समूह पंचायतें, अभिभावक और स्कूल कमेटियां को साथ लेकर तीखा विरोध किया जाएगा।
इस धरने में प्रदेश कनवीनर सुख¨वदर ¨सह चाहल, संजीव कुमार, राजेश कुमार, अम¨रदर ¨सह, धर्म ¨सह, जोशील तिवाड़ी, रा¨जदर ¨सह, हरवीर ¨सह, अमरजीत ¨सह, गगनदीप गुप्ता, दलवीर ¨सह, कमलजीत ¨सह, सतनाम ¨सह, अम¨रदर ¨सह, अमृतपाल ¨सह, गुरबचन ¨सह आदि भी उपस्थित थे।