बेअदबी मामले की क्लोजर रिपोर्ट की कॉपियां फूंकी
जत्थेदार जगतार सिंह हवारा की अगुवाई वाली कार्यशील 21 सदस्यीय कमेटी ने सीबीआई द्वारा मोहाली की अदालत में पेश की श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी वाली क्लोजर रिपोर्ट का कड़ा विरोध किया है। वहीं 24 अगस्त को फतेहगढ़ साहिब से चंडीगढ़ गवर्नर हाऊस के लिए रोष मार्च निकाले का प्रोग्राम भी उलीका है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : जत्थेदार जगतार सिंह हवारा की अगुवाई वाली 21 सदस्यीय कमेटी ने सीबीआई द्वारा मोहाली की अदालत में पेश की गई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले की क्लोजर रिपोर्ट का कड़ा विरोध किया है। वहीं, 24 अगस्त को फतेहगढ़ साहिब से चंडीगढ़ गवर्नर हाऊस के लिए रोष मार्च निकालने का प्रोग्राम भी उलीका है। इस बारे प्रेस को जानकारी देते हुए कमेटी प्रमुख वक्ता प्रो बलजिदर सिंह और कमेटी सदस्य बगीचा सिंह रत्ता खेड़ा ने कहा कि खालसा पंथ ने कभी भी बेअदबी के मामले की जांच सीबीआई से नहीं मांगी थी। उन्होंने आरोप लगाए कि सुखबीर सिंह बादल ही बेअदबी कांड के लिए जिम्मेवार हैं जिन्होंने अपने तथा डेरा प्रेमियों के बचाव के लिए ही सीबीआई जांच की मांग की थी। कमेटी सदस्यों ने यह आरोप भी लगाए कि सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट तैयार करने से बादलों की गिरी हुई साख को बहाल करने तथा हरियाणा में होने वाले चुनाव से पहले डेरा प्रेमियों की वोटों से भाजपा को लाभ देने की रूपरेखा है जिसे सिख पंथ भलीभांति जानता है।
कमेटी सदस्यों ने क्लोजर रिपोर्ट के विरोध में गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के बाहर रोष स्वरूप इस रिपोर्ट की कापियां जलाईं और नारेबाजी भी की। प्रमुख वक्ता प्रो बलजिदर सिंह ने बताया कि 24 अगस्त को सुबह 10 बजे गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से चंडीगढ़ गवर्नर हाऊस तक एक विशाल रोष मार्च निकाला जा रहा है जिसमें समूह सिख पंथ और साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब में श्रद्धा रखने वाले हर व्यक्ति को शामिल होने का न्यौता दिया जा रहा है। जिसमें सिख पंथ की अहम मांगों का एक पत्र गवर्नर को भी सौंपा जाएगा। गवर्नर के सामने रखी जाएंगी यह मांगें
श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का इंसाफ लेने, 1986 नकोदर गोलीकांड के शहीदों के कातिलों को सजा देने, सजा पूरी कर चुके सिख कैदियों की रिहाई करने, पंजाब से बाहर की जेलों में नजरबंद सिख कैदियों को वापिस पंजाब लाने, नाभा जेल से दिल्ली तिहाड़ जेल में तबदील किए 11 सिखों को वापिस पंजाब लाने, यूएपीए कानून में घातक शोध का विरोध करने, पंजाब के पानी की लूट बंद करने, सरकारी कूटनीति अधीन किसानों के उजाड़ को रोकने आदि। मार्च में यह संगठन होंगे शामिल
समूह सिख पंथ की जत्थेबंदिया, विद्यार्थी जत्थेबंदियां, रागी-ढाडी, कवियश्री जत्थेबंदियां, टकसालों, संप्रदायों, अखंड कीर्तनी जत्थे, निहंग सिंह जत्थेबंदियां, विद्यार्थी जत्थेबंदियां, रागी-ढाडी, वकील, डाक्टर, बुद्धिजीवी, पंथक चिंतक, पूर्व सैनिक व मानवीय अधिकारों की रक्षा करने वाले हर धर्म के लोग शामिल होंगे।
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