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पाधेयां वाला शिव मंदिर तालाब प्रशासन की अनदेखी का शिकार

पंजाब सरकार जहां जिले के प्रत्येक गांव में मौजूद तालाबों की सफाई करवाकर उसके ईद-गिर्द पगडंडी बना सैरगाह बनाने जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 01:13 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 06:27 AM (IST)
पाधेयां वाला शिव मंदिर तालाब प्रशासन की अनदेखी का शिकार
पाधेयां वाला शिव मंदिर तालाब प्रशासन की अनदेखी का शिकार

लखवीर सिंह लक्की, फतेहगढ़ साहिब : पंजाब सरकार जहां जिले के प्रत्येक गांव में मौजूद तालाबों की सफाई करवाकर उसके ईद-गिर्द पगडंडी बना सैरगाह बनाने जा रही है। वहीं सरहिद शहर के प्राचीन शिव मंदिर स्थित पाधेयां वाला पुरातन तालाब पिछले 29 वर्षो से गंदगी व गार से भरा हुआ है।

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मंदिर के महंत सुखराम दास ने बताया कि यहां पहले पवित्र तालाब था। जिसमें 1996 में कुछ लोगों ने गंदा पानी गिराना शुरु कर दिया था । तालाब का पानी बिलकुल सफेद था और यह पानी शिव मंदिर के प्रयोग में भी लाया जाता रहा है। तालाब को गंदगी से मुक्त करवाने के बड़े संघर्ष चले कितु समय की सरकारों व जिला प्रशासन की अनदेखी इस तालाब को गंदगी से मुक्त नहीं करवा सकी। तालाब को गंदगी मुक्त करने के लिए 1.3 लाख का टैंडर भी हुआ कितु टैंडर पास होने के बाद भी प्रयोग में नहीं लाया गया। उन्होंने बताया कि दलीची मोहल्ला निवासियों के साथ 12 फरवरी 2014 को तत्कालीन डीसी को मांग पत्र सौंपा था कि शहर का गंदा पानी तालाव में न डाला जाए। जिसको लेकर एडीसी ने 18 जुलाई 2014 को नगर कौंसिल सरहिद को एक पत्र लिख इसमें गंदगी ना डालने, गंदे पानी की निकासी करवाने व रास्ते को पक्का करवाने को कहा था। इसके बाद डीसी दफ्तर से महंत सुखराम दास को नौ मार्च 2015 को एक पत्र मिला जिसमें कौंसिल की ओर से इसका एस्टीमेट तैयार करने की सूचना दी गई थी कि तलाब का काम जल्द किया जाएगा। कितु पांच साल बीत जाने के बाद भी तालाब की कोई सफाई नहीं हुई। आज भी शहर का गंदा पानी पाधेआं वाला तालाब में गिराया जा रहा है।

महंत सुखराम दास ने 29 वर्ष से त्यागा भोजन

महंत सुखराम दास ने बताया कि 1996 में इस तालाब पर पहली बार गंदगी फैंकी गई तो इसकी शिकायत डीसी समेत नगर कौंसिल सरहिद को की थी। कोई ठोस कार्रवाई न होती देख महंत सुखराम दास ने अन्न का त्याग कर दिया था। वह 29 वर्षों से भोजन को त्याग कर फल सब्जियों पर निर्भर हैं। अन्न का त्याग कर सुखराम दास ने संकल्प लिया था कि वह इस तालाब को गंदगी मुक्त करवा इसका साफ पानी पीने के बाद अन्न ग्रहण करेंगे।

मामला अभी ध्यान में आया : डीसी

डीसी प्रशांत कुमार गोयल ने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में अभी आया है। अगर डीसी दफ्तर से तालाब को गंदगी मुक्त करने के आदेश पिछले समय में हुआ है तो वह इसकी पड़ताल करवाकर सरहिद नगर कौंसिल के ईओ से इसे तुरंत साफ करवाने को आदेश देंगे।


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