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धर्म और राजनीति को कभी भी अलग नहीं किया जा सकता : लोंगोवाल

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा है कि धर्म और राजनीति एकसाथ चलते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 06:21 PM (IST)Updated: Mon, 02 Nov 2020 01:26 AM (IST)
धर्म और राजनीति को कभी भी अलग नहीं किया जा सकता : लोंगोवाल
धर्म और राजनीति को कभी भी अलग नहीं किया जा सकता : लोंगोवाल

संवाद सहयोगी, सरहिद : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा है कि धर्म और राजनीति एकसाथ चलते हैं, इसलिए धर्म व राजनीति को कभी भी अलग नहीं किया जा सकता। वे शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सौ सालाना स्थापना दिवस और पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरन सिंह टोहड़ा की याद में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बीता, वर्तमान और भविष्य विषय पर करवाए सेमिनार में मुख्य मेहमान के रूप में गांव पंजोली कलां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जब भी मुसीबत आई है तो वहां शिरोमणि कमेटी ने बिना किसी भेदभाव से लोगों की सेवा की है। भले ही वह पंजाब हो या देश का कोई भी कोना हो। कहा कि आज कमेटी को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया जा रहा है। पंथ विरोधी ताकतें गलत प्रचार कर संस्था की छवि खराब कर रही हैं।

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भाई लोंगोवाल ने कहा कि गत दिनों हुई बेअदबी के मामले में भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दरबार साहिब अमृतसर में सत्कार कमेटी के सदस्यों ने कमेटी सदस्यों के साथ मारपीट की। इस पर पुलिस ने शिरोमणि कमेटी मुलाजिमों पर ही मामले दर्ज कर दिए। यह सब कांग्रेस की शह पर हो रहा है, क्योंकि सत्कार कमेटी के सदस्यों की कांग्रेसी नेताओं के साथ सांठगांठ है। उन्होंने बताया कि कमेटी के सौ साला स्थापना दिवस के संबंध में श्री अकाल तख्त साहिब में 15 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब आरंभ होंगे और 17 नवंबर को गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब में समारोह किया जाएगा, जिसमें पंथ प्रसिद्ध शख्सियतें शामिल होंगी। यह भी कहा कि जत्थेदार टोहड़ा के दिखाए रास्ते चलने की आज जरूरत नहीं समय की मांग है। इस मौके पर मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे चेयरपर्सन श्री गुरु गोबिंद सिंह चेयर केंद्रीय यूनिवर्सिटी पंजाब हरपाल सिंह पन्नू ने कहा कि समय-समय पर कमेटी प्रबंधों में आई कमियों में झांकने और उन्हें दूर करने की आज सख्त जरूरत है।

पूर्व सांसद डा. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि आज सोशल मीडिया का युग है, इसलिए एसजीपीसी को सोशल मीडिया पर एक नई टीम तैयार करनी चाहिए, जोकि तकनीक से युवाओं तक एसजीपीसी व धर्म का संदेश पहुंचा सके। वहीं, एसजीपीसी की कार्यकारिणी सदस्य कुलदीप कौर टोहड़ा ने कहा कि कमेटी के इतिहास और महान विरासत से जोड़ने के लिए धार्मिक और राजनैतिक गुटों को ऐसे कदम उठाने चाहिए, ताकि जत्थेदार टोहड़ा के जीवन और विचारधारा को आगे ले जाया जा सके। इस मौके जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली की ओर से आई शख्सियतों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक दीदार सिंह भट्टी, जत्थेदार स्वर्ण सिंह चनारथल, जगदीप सिंह चीमा, मैनेजर कर्म सिंह, मैनेजर नत्था सिंह, जोगा सिंह, करनैल सिंह, जगजीत सिंह कोहली, जगजीत सिंह पंजोली, सुरिदर सिंह, बलजीत सिंह आदि उपस्थित थे।


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