रोजा शरीफ का 408वां वार्षिक उर्स 14 अक्तूबर से, घर से अकीदत भेंट करने की अपील
फतेहगढ़ साहिब रोजा शरीफ में 408वें वार्षिक उर्स का आगाज 14 अक्तूबर से हो रहा है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : रोजा शरीफ में 408वें वार्षिक उर्स का आगाज 14 अक्तूबर से हो रहा है। हजरत शेख अहमद फारूकी सरहिदी मुजद्द अलफसानी की पवित्र दरगाह पर आयोजित होने वाले तीन दिवसीय उर्स में इस बार कोरोना संकट के चलते बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद कम ही जताई जा रही है। इससे पहले गत वर्ष भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव भरे माहौल में अभी तक वीजा न मिलने कारण कोई पाक श्रद्धालु नहीं पहुंचा था। यहां तक कि पाकिस्तान से हजरत शेख अहमद के परिवार वाले भी नहीं आ सके थे। उर्स की तैयारियों का जायजा लेते हुए एडीसी अनुप्रिता जौहल ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों व रोजा शरीफ प्रबंधकों को कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सैनिटाइजेशन कराने की हिदायत दी। उर्स स्थल पर सैनिटाइजर मशीनों का प्रबंध करने के लिए कहा गया और साथ ही 100 से ज्यादा लोगों के इकट्ठे होने पर रोक लगाई गई है, ताकि कोरोना संक्रमण का खतरा न रहे। यातायात को सुचारू बनाने के लिए रोजा शरीफ के बाहर दुकानें लगाने पर पाबंदी है। रोजा शरीफ के इतिहास से संबंधित बरास गांव में भी पुख्ता इंतजाम करने की हिदायत दी गई। रोजा शरीफ के खलीफा सैय्यद मोहम्मद सादिक रजा मुजद्दी ने बताया कि उर्स में पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान, बांग्लादेश समेत कई अन्य अरब देशों से मुस्लिम समुदाय के लोग डेलीगेट्स में रूप में भाग लेते हैं। लेकिन इस बार कोरोना के चलते वे खुद श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं कि वे घरों से ही अकीदत भेंट करने को पहल दें।