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अनाज मंडी में गेहूं की बोली न होने कारण रोड जाम की नारेबाजी

गांव भमारसी बुलंद की अनाज मंडी में गेहूं की बोली न होने कारण समूह किसानों आढ़तियों और मजदूरों ने पंजाब सरकार खिलाफ नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 07:15 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 07:15 AM (IST)
अनाज मंडी में गेहूं की बोली न होने कारण रोड जाम की नारेबाजी
अनाज मंडी में गेहूं की बोली न होने कारण रोड जाम की नारेबाजी

संवाद सहयोगी, सरहिद : गांव भमारसी बुलंद की अनाज मंडी में गेहूं की बोली न होने कारण समूह किसानों, आढ़तियों और मजदूरों ने पंजाब सरकार खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह जल्ला ने कहा कि उनकी फसल बिल्कुल सूखी होने कारण संबंधित अधिकारियों द्वारा फसल गीली होने का बहाना लगाकर खरीद नहीं की जा रही। इसके रोष स्वरूप समूह मंडी के आढ़तियों और किसानों द्वारा सरहिद-भादसों रोड जाम कर सरकार खिलाफ नारेबाजी की। डिप्टी कमिश्नर अमृत कौर गिल ने मौके पर पहुंच किसानों को शांत किया और गेहूं की बोली शुरू करवाई। इस अवसर पर सुरिदर मोहन, बलविदर सिंह, हरजीत सिंह, गुरजंट सिंह, कुलजीत सिंह, अवतार सिंह, कमलजीत सिंह, हरदेव सिंह आदि उपस्थित थे।

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उधर जिले की मंडियों में गेहूं की फसल की आमद शुरू हो चुकी है। मौजूदा समय में मंडियों में बारदाने की कमी सामने आ रही है। हालांकि इस फूड एंड सिविल सप्लाई महकमे के अधिकारी बारदाने की कमी को सिरे से नाकार रहे है। दूसरी ओर अलग-अलग खरीद एजेंसियों के अधिकारियो का कहना है कि फिलहाल जितना बारदाना मंडियों में चाहिए, उतना नहीं है। हालांकि मंडियों में फसल की खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जानकारी के अनुसार अगर इसी तरह बारदाने रहती है तो अगले दिनों में अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि दिन प्रति दिन गेहूं की फसल में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है।

फूड एंड सिविल सप्लाई से जिला खुराक सप्लाई अफसर हरशरनजीत सिंह बराड़ ने का कहना है कि मंडियों में बारदाने की कमी का कोई मामला उनके पास नहीं आया है। न ही मंडियों में बारदाने की कोई कमी है। मौजूदा समय में जिला की मंडियों में जितना बारदाना चाहिए, उतना डिपार्टमेंट के पास है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति बारदाने को स्टोर करना चाहते है, वहीं बारदाने की कमी का झूठी खबरें फैलाते हैं। हालांकि दूसरी ओर मार्कफैड के डीएम विपन सिगला का कहना है कि जिला में 38 फीसद बारदाना है, जबकि 70 फीसद से ज्यादा चाहिए। डीएम ने कहा कि कोविड-19 के चलते बारदाने की कमी आ रही है पर इस कमी को दूर करने के लिए रोजाना अधिकारियों से बातचीत कर बारदाना रोजाना मंगवाया जा रहा है ताकि अगले दिनों में कोई परेशानी न उठानी पड़े।


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