कोई भी कर्म करने से पहले सोचें कि भगवान हमें देख रहा है : अशोकानंद
श्री हरि कथा समिति व शहर निवासियों के सहयोग से मोक्षदा एकादशी के दिन गीता जयंती के पर्व पर धार्मिक कार्यक्रम करवाया गया।
संवाद सहयोगी, मंडी गोबिंदगढ़ : श्री हरि कथा समिति व शहर निवासियों के सहयोग से मोक्षदा एकादशी के दिन गीता जयंती के पर्व पर कथा के नौवें दिन की शुरुआत डॉ. मनमोहन कौशल, चेयरमैन प्रकाश चंद गर्ग व मुख्य आयोजकों ने ज्योति प्रज्वलित कर श्री मदभागवत गीता ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ करवाया।
कथा व्यास स्वामी अशोकानंद सरस्वती ने कहा कि गीता में भगवान जी कहते हैं कि मुझ में ध्यान लगाकर कर्म कर, कोई भी कर्म करने से पहले सोच कि भगवान सब कुछ देख रहा है। सब काम अपने आप हो रहा है। मैं, ममता, कामना और इच्छा ही मनुष्य के शत्रु हैं। नास्तिक भी अपना हर कर्म कर्तव्य समझ कर करे तो भगवान को पा सकता है।
इस अवसर पर महासचिव सुरेश गुप्ता, सचिव संदीप गोयल, प्रेस सचिव संजय गर्ग, जेपी गोयल, ओमप्रकाश अग्रवाल, शरण दास मित्तल, सुभाष बांसल, यज्ञ दत्त, मोती लाल सेतिया, दविंदर पराशर, हरिप्रकाश गोयल, एनके खन्ना, उमेश अग्रवाल, ऋषि राज गोयल, शिवम बंसल, विवेक सिगला, अमित गोयल, विजय बंसल, गुरदयाल दास भारती, अशोक, अनिल अग्रवाल, कृष्ण पाठक, पंडित अमरचंद, अश्वनी भांबरी उपस्थित थे।