पीआर-126 पर भी उठे सवाल, 13 क्विटल बीज निकला खराब
इन दिनों धान के बीज घोटाले को लेकर विवादों में घिरी पंजाब सरकार के लिए धान के बीज की किस्म पीआर-126 भी नई मुसीबत खड़ी कर सकती है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : इन दिनों धान के बीज घोटाले को लेकर विवादों में घिरी पंजाब सरकार के लिए धान के बीज की किस्म पीआर-126 भी नई मुसीबत खड़ी कर सकती है। इससे पहले पीआर-128 और 129 के जाली होने के बाद अब पीआर-126 किस्म पर भी सवाल उठने लगे हैं। पटियाला के एक किसान ने इस बीज के खराब होने और जाली बिल देने की आशंका जताते हुए फतेहगढ़ साहिब की डिप्टी कमिश्नर को शिकायत सौंप जांच की मांग की है। गांव रामपुर तहसील पातड़ां जिला पटियाला के रहने वाले शिकायतकर्ता सुखविदर सिंह ने बताया कि वह एक सौ एकड़ में धान की खेती करते हैं। करीब बीस दिन पहले वे पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना की शाखा सरकारी बीज फार्म नारायणगढ़ (फतेहगढ़ साहिब) से 13 क्विटल पीआर-126 बीज लेकर गए थे। जब उन्होंने घर जाकर देखा तो सारा बीज ही खराब था। उन्होंने बीज फार्म के अधिकारियों से संपर्क किया। लेकिन किसी ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बीज फार्म से उन्हें खरीदे बीज के बदले 53550 रुपये के दिए दो बिल भी जाली होने की आशंका है। क्योंकि, दोनों की संख्या अलग-अलग है। किसान ने यह भी आशंका जताई कि उन्हें दिया पीआर126 बीज नकली या अन्य किस्म का तैयार किया बीज भी हो सकता है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। अभी तक कोई शिकायत नहीं आई : डायरेक्टर
पीएयू में डायरेक्टर (बीज) डॉ. तरसेम सिंह ढिल्लों ने कहा कि पीआर-126 को लेकर अभी तक किसी किसान की शिकायत नहीं आई है। यदि किसी केंद्र से खराब बीज दिया गया है तो इसके बारे में पता कराया जाएगा। यदि किसी की लापरवाही सामने आएगी तो कार्रवाई होगी।