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70 हजार खर्च कर बिहार पहुंच गया पंजाब का किसान, 11 श्रमिकों को लेकर लौटा

पंजाब के फतेहगढ़ साहिब का किसान श्रमिकों को लेने के लिए बिहार पहुंच गया। वह वापस आते वक्त अपने साथ 11 श्रमिकों को लेकर आया।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 03:48 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 05:27 PM (IST)
70 हजार खर्च कर बिहार पहुंच गया पंजाब का किसान, 11 श्रमिकों को लेकर लौटा
70 हजार खर्च कर बिहार पहुंच गया पंजाब का किसान, 11 श्रमिकों को लेकर लौटा

फतेहगढ़ साहिब [सुखवीर सुख]। जैसे-जैसे धान की रोपाई का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंचनी शुरू हो गई हैं। इसका कारण उन्हें लेबर न मिलना है। अब किसान कोई भी खतरा उठाकर मजदूरों को यूपी व बिहार से लाने के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैंं। किसान जरनैल सिंह ने 70 हजार रुपये खर्च कर बिहार से मजदूर लेकर आए। 

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गौर हो कि कोरोना महामारी के कारण जहां प्रदेश से मजदूर अपने अपने राज्यों को चले गए हैंं। पहले गेहूं का सीजन तो जैसे-तैसे कर किसानों ने पूरा कर लिया, लेकिन अब धान की रोपाई के लिए लेबर बिल्कुल न होने के कारण किसान खुद मोटे पैसे खर्च कर बाहरी राज्यों से मजदूरों को वापस ला रहे हैंं। जिला फतेहगढ़ साहिब में ऐसे कई किसान हैं, जो लेबर को टैंपो ट्रैवलर व ट्रकों के माध्यम से बिहार से वापस यहां ला रहे हैं। जिले के गांव लाडपुरी के किसान जरनैल सिंह ने 70 हजार रुपये खर्च कर बिहार के मोतिहारी जिले से 11 मजदूर धान की रोपाई के लिए लाए हैं। जरनैल सिंह ने कहा कि वह लगभग 40 किल्ले पर खेती करते हैंं।

जरनैल सिंह ने लेबर को वापस लाने के लिए एक टैंपो ट्रैवलर से संपर्क किया। जिसके लिए उन्हें तीन दिन का पास मिला और वह मजदूरों को लेने के लिए बिहार निकल पड़ा। मोतिहारी जिले से 11 मजदूरों को लेकर वह शनिवार देर शाम यहां पहुंचा। मजदूरों को गांव में ले जाने की जगह मोटर पर बने कमरे में क्वारंटाइन कर उनके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।

चालक ने 20 रुपये किमी. के हिसाब से लिए पैसे

किसान जरनैल सिंह ने बताया कि ट्रैवलर ड्राइवर ने उनसे 20 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से पैसे लिए। गांव लाडपुरी से मोतिहारी तक करीब 2820 लंबे सफर के उन्होंने 56,400 रुपये दिए। इसके अलावा टोल टैक्स के सात हजार व बिहार में मेडिकल चेकअप के अन्य खर्च कर लगभग 70 हजार में 11 मजदूर बुलाए।

सबके ले रहे हैं सैंपल : सिविल सर्जन

वहीं सिविल सर्जन डॉ. एनके अग्रवाल ने बताया कि जो लेबर बाहर से किसान लेकर आ रहे हैं, उनका चेकअप कर सैंपल लिए जा रहे है। अगर रिपोर्ट नेगेटिव भी आती है, तो भी उन्हें कुछ दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है।

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