शहादत पखवाड़ा मनाना सरकार का एतिहासिक फैसला: नागरा
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा शहादत पखवाड़ा मनाने के फैसले की सराहना विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने की।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा दशम पिता श्री गुरु गोबिद सिंह जी के परिवार की महान कुर्बानी की याद को 16 से 30 दिसंबर तक शहीदी पखवाड़े के रूप में मनाने के लिए किए एलान का आभार व्यक्त करते मुख्यमंत्री के सलाहकार व विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने कहा कि संगत की भावनाओं को मुख्य रखते किया गया यह एलान ऐतिहासिक है। इसके तहत प्रदेश सरकार सेमिनार, विचार विमर्श और प्रदर्शनियों समेत विभिन्न प्रोग्राम कराएगी ताकि गुरु साहिब जी के परिवार की महान कुर्बानी का संदेश लोगों और खास तौर पर नौजवानों तक पहुंचाया जा सके।
नागरा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपील की थी कि जिस तरह कनाडा सरकार अप्रैल माह को खालसा सृजन को समर्पित सिख हैरीटेज मंथ के तौर पर सरकारी स्तर पर घोषित करके मनाती है और अमेरिका की सरकार ने भी श्री गुरु नानक साहिब जी के प्रकाश पर्व को वर्ल्ड इक्वेलिटी डे घोषित किया है। इसी आधार पर दिसंबर (पोह) के माह के दौरान सफर-ए-शहादत या शहीदी पखवाड़ा सरकारी तौर पर घोषित कर श्रद्धा व सत्कार सहित मनाया जाए ताकि पूरी मानवता इस महान शहादत से प्रेरणा ले सके।
मुख्यमंत्री को भेजी चिट्ठी में नागरा ने लिखा था कि पोह का महीना मानवता के इतिहास में अहम स्थान रखता है। इस महीने में मानवता के रक्षक व सरबंसदानी श्री गुरु गोबिद सिंह जी ने मानवता की रक्षा के लिए अपना पूरा परिवार कुर्बान कर दिया था। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि नौजवानों के मार्गदर्शक और बुजुर्गो के फर्ज के तौर पर साहिबजादों के शहीदी के महीने में पंजाब सरकार को सफर-ए-शहादत मनाना चाहिए, ताकि प्रत्येक नौजवान समेत पूरी मानवता को इस शहादत का अहसास करवाया जा सके।