बम-बम भोले के जयघोष से गूंजी फिजा
जागरण टीम, फतेहगढ़ साहिब : जिले के सभी शिव मंदिरों में शिवरात्रि का पर्व धूमधाम व श्रद्धा स
जागरण टीम, फतेहगढ़ साहिब : जिले के सभी शिव मंदिरों में शिवरात्रि का पर्व धूमधाम व श्रद्धा से मनाया गया। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं और भक्त माथा टेकने घंटों अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। भक्तों की ओर से लगाए जा रहे बम-बम भोले के जयघोष से मंदिर गूंज रहे थे।
भक्तों ने शिव¨लग पर जल, बिल पत्र, धतूरा, फल, फूल आदि चढ़ाकर भोले बाबा से सुख-शांति की कामना की।
सर¨हद शहर के प्राचीन शिव मंदिर में शिवरात्रि पर हजारों की संख्या में भक्त नतमस्तक हुए। इस दौरान पूर्व मंत्री डॉ. हरबंस लाल ने शिव¨लग पर जल चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। कमेटी की ओर से शहर में एक शोभा यात्रा भी निकाली गई, जोकि शहर की परिक्रमा करते हुए वापिस मंदिर में पहुंची। शोभायात्रा में विभिन्न प्रकार की शिव पार्वती की झांकियां शामिल थीं। शहर के नैना देवी मंदिर, शिव दिवाला मंदिर, पादिया वाला शिव मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में भी भारी संख्या में भक्तों ने माथा टेका। इन मंदिरों में सुबह हवन यज्ञ, भजन कीर्तन व भक्तों के लिए विभिन्न प्रकार के लंगरों का भी आयोजन किया गया था। पाधियां वाला मंदिर के महंत बाबा सुखराम दास की अगुआई में लंगर वितरित किया गया।
इसी प्रकार महाशिवरात्री के मौके लोहानगरी के विभिन्न मंदिरों में प्रातकालीन से शिव भक्तों का तांता लग गया। भक्त अपने परिवारों के साथ भोले बाबा को अर्पण करने के लिए दूध, गंगाजल, बेल पत्र अदि लेकर लाइनें लगा कर भोले बाबा के भजन गायन कर रहे थे। स्वर्गधाम रोड स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भोले बाबा की पूजा-अर्चना के लिए संजीव दत्ता, अर¨वद ¨सगला, जस्सी भुल्लर, नीरज कुमार समेत अन्य भक्तजन मौजूद थे।
मोहल्ला गुरु नानक कालोनी स्थित बावा लाल दयाल मंदिर में भी महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया। श्री बावा लाल दयाल संकीर्तन मंडल द्वारा भगवान भोलेनाथ के महामंत्र का जाप किया। इस पावन त्योहार पर व्रत धारियों के लिए ओगले के आटे के पकौडे, फ्रूट व फूल मखाने की खीर का लंगर लगाया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष गुरदयाल दास भारती, न¨रदर भाटिया, दर्शन लाल भाटिया, ओम प्रकाश भारती, अनिल मेहता, हीरा लाल भारती मौजूद रहे।
भक्तों के लिए किए थे विशेष प्रबंध
मंदिरों प्रबंधक कमेटियों की ओर से सभी मंदिरों को भव्य सजाने के साथ-साथ भक्तों के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे। मंदिरों में शोभायात्रा, भजन कीर्तन, हवन यज्ञ के अलावा लंगरों का भी आयोजन किया गया था।