किसानी संघर्ष को समर्पित पुस्तक 'कणक दी लोरी' जारी
पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरन सिंह टोहड़ा यादगारी भवन पंजोली कलां में किसानी संघर्ष को समर्पित कवि हरचरन सिंह निथावां की पुस्तक कणक दी लोरी पंजाब कलां परिषद के चेयरमैन डा. सुरजीत सिंह पातर द्वारा जारी की गई।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरन सिंह टोहड़ा यादगारी भवन पंजोली कलां में किसानी संघर्ष को समर्पित कवि हरचरन सिंह निथावां की पुस्तक 'कणक दी लोरी' पंजाब कलां परिषद के चेयरमैन डा. सुरजीत सिंह पातर द्वारा जारी की गई। समारोह शहीद करतार सिंह सराभा वेलफेयर एंड स्पोर्ट्स क्लब पंजोली कलां और पंजाब भवन सरी कैनेडा के सहयोग से शिरोमणि कमेटी सदस्य जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली की अध्यक्षता में करवाया गया।
मौके पर डा. सुरजीत सिंह पातर ने कहा कि हरचरन सिंह निथावां की पुस्तक किसानी संघर्ष के जज्बातों को पेश करती है। कवि ने खूबसूरत कविताओं से किसानी दर्द को ब्यान किया है। जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली ने कहा कि पंजाबी भाईचारे को किसानी संघर्ष ने एक कड़ी में पिरो दिया है जोकि एक बड़ी प्राप्ति है। वहीं, हरचरन सिंह ने कहा कि इंसान भले ही किसी भी मुकाम पर पहुंच जाए, लेकिन उसे अपनी मिट्टी से जुड़ा रहना चाहिए। किसानी संघर्ष हमारे अस्तित्व की लड़ाई है। इस अवसर पर गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के मैनेजर गुरदीप सिंह कंग, पंजाबी गायक सतविदर बुग्गा, नरिदर भिडर, अवतार सिंह, सतिदर कौर, प्रोग्राम कोआर्डिनेटर जगजीत सिंह पंजोली, भरपूर सिंह, सुखदर्शन संधू, अवतार सिंह, जितेंद्र सिंह, हरजिदर सिंह, मनिदरजीत सिंह, गुरचरन सिंह, हरनेक सिंह, सुखतेज सिंह, लखवीर सिंह, मैनेजर सतनाम सिंह, सुखदेव सिंह, लवप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।