Move to Jagran APP

पानी को लेकर सेहत विभाग औरनगर निगम आमने-सामने

पानी की सैंप¨लग को लेकर सेहत विभाग और नगर निगम हमेशा आमने सामने हो जाते हैं।

By Edited By: Published: Wed, 26 Jun 2019 07:30 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jun 2019 07:30 AM (IST)
पानी को लेकर सेहत विभाग औरनगर निगम आमने-सामने
पानी को लेकर सेहत विभाग औरनगर निगम आमने-सामने
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पानी की सैंप¨लग को लेकर सेहत विभाग और नगर निगम अक्सर आमने सामने हो जाते हैं। मानसून सीजन में बीमारियां फैलने के लिए सेहत विभाग हमेशा नगर निगम की वाटर सप्लाई को जिम्मेदार ठहराता रहा है। जबकि, निगम इन आरोपों को नकारता रहा। सेहत विभाग ने इस बार भी मानसून सीजन से पहले क्लोरीनेशन की जांच के लिए नगर निगम के 107 ट्यूबवेलों से पानी के सैंपल लिए जिसमें से सौ सैंपलों में क्लोरीन की मात्रा नहीं पाई गई। इससे साफ है कि नगर निगम क्लोरीनेशन नहीं कर रहा है। हम नहीं मानते सेहत विभाग की रिपोर्ट वहीं नगर निगम अफसर सेहत विभाग की इस रिपोर्ट को खारिज कर रहे हैं। अफसरों का कहना है कि सेहत विभाग ने कहां से यह पानी के सैंपल लिए उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। ऐसे में उनकी सैंपल रिपोर्ट को निगम नहीं मानता है। जो भी हो इसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पीने लायक नहीं है 48 जगहों का पानी सेहत विभाग ने शहर के अलग अलग हिस्सों से 107 ट्यूबवेलों से पानी के सैंपल लिए और उसमें क्लोरीन की मात्रा जांची। 107 में से सिर्फ सात सैंपलों में ही क्लोरीन की मात्रा पाई गई जबकि अन्य सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं। इसके अलावा सेहत विभाग ने शहर के हाई रिस्क एरिया से 148 पानी के सैंपल लिए। जिसमें से 100 सैंपल पास पाए गए जबकि 48 सैंपल फेल पाए गए। सेहत विभाग ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि जहां के सैंपल फेल हुए हैं वहां का पानी पीने लायक नहीं है। मानसून सीजन में फैल सकती हैं बीमारियां सिविल सर्जन दोनों रिपोर्ट नगर निगम को भेज चुके हैं। साथ उन्होंने निगम अफसरों को क्लोरीनेशन करवाने के साथ साथ उन एरिया में वाटर सप्लाई ठीक करने को कहा जहां पर सैंपल फेल पाए गए हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार का कहना है कि नगर निगम की इस लापरवाही की वजह से मानसून सीजन में बीमारियां फैल सकती हैं। उन्होंने बताया कि निगम को इस बारे में गंभीरता से काम करना होगा। ज्वाइंट सैंप¨लग क्यों नहीं करता सेहत विभाग: निगम अफसर नगर निगम सुप¨रटेंडेंट इंजीनियर रा¨जदर ¨सह का कहना है कि नगर निगम और सेहत विभाग पहले ही तय कर चुके हैं कि पानी की सैंप¨लग दोनों विभाग मिलकर करेंगे। लेकिन सेहत विभाग जब भी सैंप¨लग करने जाते हैं तो इसकी सूचना निगम को नहीं देते। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग ने यह सैंप¨लग कहां से की है उन्हें इस बारे में नहीं पता। उनका कहना है कि नगर निगम हाई रिस्क एरिया में लगातार क्लोरिनेशन कर रहा है। बाकी शहर में बरसात शुरू होते ही क्लोरीनेशन शुरू किया जाएगा।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.