'ग्रेजुएट को नौकरी नहीं, रेहड़ी पर फल बेचना मजबूरी'
पीडीए के उम्मीदवार मनविदर सिंह ग्यासपुरा भी अपनी पार्टी प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस के नक्शे कदम पर चलने लगे हैं। ग्यासपुरा गली-मोहल्ले में पैदल घूमकर प्रचार करते हुए रास्ते में मिलने वाले हर शख्त को रोककर जहां अपनी वोट मजबूत करने में लगे हुए हैं वहीं वह रवायती पार्टियों को हर घर नौकरी नशामुक्त पंजाब नौजवानों को स्मार्ट फोन समेत हरियाणा के चिल्लड़ कांड में मारे गए 79 सिख लोगों के परिवारों को इंसाफ दिलवाने का प्रचार कर पंथक वोट हासिल करने
लखवीर सिंह लक्की, फतेहगढ़ साहिब
पीडीए के उम्मीदवार मनविदर सिंह ग्यासपुरा भी अपनी पार्टी प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस के नक्शे कदम पर चलने लगे हैं। ग्यासपुरा गली-मोहल्ले में पैदल घूमकर प्रचार करते हुए रास्ते में मिलने वाले हर शख्त को रोककर जहां अपनी वोट मजबूत करने में लगे हुए हैं। वहीं वह रवायती पार्टियों को हर घर नौकरी, नशामुक्त पंजाब, नौजवानों को स्मार्ट फोन, समेत हरियाणा के चिल्लड़ कांड में मारे गए 79 सिख लोगों के परिवारों को इंसाफ दिलवाने का प्रचार कर पंथक वोट हासिल करने में जुटे हैं। ग्यासपुरा ने हाल ही में बस्सी पठाना इलाके में बैंस के नक्शे कदम पर चलकर अपना फेसबुक लाइव कर एक नौजवान को गली-गली में फल बेचता हुआ दिखाया है।
इसमें ग्यासपुरा युवक से पहले उसका नाम पूछते हैं। इस पर युवक अपना नाम धर्मपाल बताते हुए कहता है कि उसने 2001 में फतेहगढ़ साहिब के एक एसजीपीसी कालेज में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी। मगर, नौकरी न मिलने के कारण वह पिछले 19 साल से मजबूरीवश गली-गली फल और सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है।
इस पर कटाक्ष करते ग्यासपुरा ने कहा कि पंजाब सरकार ने नौकरी तो केवल कोटली परिवार के डीएसपी को दी है। गरीब लोग नौकरी के लिए बिलख रहे हैं। 2017 में पंजाब सरकार ने हर घर नौकरी का वादा कर नौजवानों से वोट हासिल किए। इससे पहले शिअद-भाजपा गठबंधन ने अपने दस साल के कार्यकाल में अपने चहेतों को ही नौकरियां प्रदान कीं। ग्यासपुरा का कहना है कि वह फेसबुक लाइव से ऐसे पढ़े-लिखे नौजवानों को रवायती पार्टियों की कारगुजारी से अवगत करवा रहे हैं।