रोजगार विभाग के मुलाजिमों की शनिवार व रविवार की छुट्टी बंद
घर-घर रोजगार योजना के लिए सरकार तैयार शुक्रवार को मिलेगी कर्मचारियों को छुट्टी, बाकी सभी दिन सुबह 8 से रात 8 बजे तक खुले रहेंगे रोजगार ब्यूरो के दफ्तर
नानक ¨सह खुरमी, मानसा : रोजगार विभाग के कर्मचारी अब हर रोज सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक काम करेंगे। उन्हें शनिवार तथा रविवार की छुट्टी नहीं होगी, जबकि दिन व रात की शिफ्टों में काम के साथ साथ उन्हें शुक्रवार के दिन की छुट्टी मिलेगी। इस कारण मानसा के जिला स्तरीय अधिकारी दफ्तर व ब¨ठडा के तलवंडी साबो के रोजगार अफसर के त्यागपत्र देने की चर्चाएं हैं। वहीं राज्य के समूह कर्मियों व अधिकारियों ने इसका जमकर विरोध जताया है। उनका कहना है कि सरकार के इस फैसले से उन पर भारी बोझ पड़ेगा। जो काम दिन में नहीं हो सकता, वह रात में कैसे संभव है। विभाग में कार्यरत महिलाओं के लिए तो और अधिक मुश्किल हो जाएगी।
क्या है सरकारी योजना
प्रदेश सरकार ने घर-घर रोजगार योजना तहत यह नया फैसला लिया है। इसके तहत सरकार ने कहा है कि रोजगार प्राप्ति के साथ साथ रोजगार पैदा करने व सिखलाई विभाग के साथ ही सभी जिलों में रोजगार तथा कारोबार ब्यूरो भी स्थापित किए जाएंगे। इनका नवंबर माह में उद्घाटन होना है। इसे लेकर राज्य के सभी जिला हेड क्वार्टरों पर डीसी दफ्तरों को पत्र द्वारा सूचित कर दिया गया है।
सरकार का कहना है कि राज्य में घर-घर में नौकरी देने का जो वादा किया था, उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा। इसके तहत वह राज्य के प्रत्येक विधानसभा हलके में 1 सौ नौजवानों को प्रत्येक माह रोजगार दफ्तर रोजगार दिलाना यकीनी बनाया जाएगा।
कंपनी या फिर किसी आउटसोर्सिग संस्था ने रुचि नहीं दिखाई
जानकारी मिली है कि इस ब्यूरो के लिए किसी कंपनी या फिर किसी आउटसोर्सिग व संस्था ने रुचि नहीं दिखाई है। इस कारण सरकार ने इसे खुद चलाने का फैसला किया है।
त्यागपत्र देने की चर्चाएं भी है
फैसले से नाराज मानसा के जिला स्तरीय अधिकारी दफ्तर व ब¨ठडा के तलवंडी साबो के रोजगार अफसर के त्यागपत्र देने की चर्चाएं हैं। इसे लेकर एक कर्मचारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सरकार अब कर्मचारियों को विभाग से हटाने की तैयारियों में है। अब 25 टाऊन रोजगार दफ्तरों को बंद करने की तजवीज भी रख दी है। ऐसा करके किसी को रोजगार देने की बजाए रोजगार छीनने का काम किया जा रहा है।
कर्मचारी ने बताया कि मामले को लेकर उनका संगठन भी संघर्ष की तैयारियां कर रहा है। तथा आगामी दिनों में राज्य सरकार खिलाफ मोर्चा खोल देंगे।
योजना पर सवाल
अब आने वाले समय में विभाग के साथ मिलकर कौन कौन से विभाग चलेंगे, फिलहाल कुछ पता नहीं है। जैसे कि बाकी विभाग के दफ्तर खुले रोजगार विभाग का दफतर बंद, विभागी हुक्मों के अनुसार सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक के पहली शिफ्ट वाले अधिकारी व कर्मी काम करेंगे। फिर दो बजे दोपहर से दूसरी शिफ्ट शुरु होगी। इसमें पहली शिफ्ट वाला अपना काम छोड़कर दूसरी शिफ्ट वाले को काम देकर चला जाएगा। क्या नया व्यक्ति आकर सारा कामकाज संभाल लेगा?
शाम 8 बजे अपने दफ्तर में काम करने वाली महिला अपने घर का कामकाज कैसे करेगी?
क्या छुट्टी वाले दिन कोई विद्यार्थी अपना कामकाज करवाने अपने गांव से शहर आएंगे?
क्या दफ्तर में शाम 5 से 8 बजे तक कोई भी व्यकित विजिट करने आएगा? क्योंकि बाकी दफ्तर शाम 5 बजे बंद हो जाते हैं।
कई अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा त्यागपत्र दिए जाने के बाद क्या नए समय मुताबिक काम करने के लिए कोई भी तैयार होगा?