काका, बोल रेहा रणदीप काका, एहना दी बिटिया दी फीस पेंडिग है करवा दो..
फतेहगढ़ साहिब के अमलोह में एक अलग तरह की साइबर ठगी हुई है।
धरमिदर सिंह फतेहगढ़ साहिब,
फतेहगढ़ साहिब के अमलोह में एक अलग तरह की साइबर ठगी हुई है। इस ठगी का शिकार हुए मनी एक्सचेंजर और नौसरबाज के बीच फोन पर हुई बातचीत को सुनकर हर कोई सौ बार सोचने को मजबूर होता है। नौसरबाज अमलोह से कांग्रेसी विधायक काका रणदीप सिंह जैसी ही आवाज निकाल रहा है। विधायक की आवाज में मनी एक्सचेंजर को इस बात का पूरा विश्वास दिलाया जाता है कि जो व्यक्ति मनी एक्सचेंजर से रुपए मांग रहा है, वो बिल्कुल ही विधायक का खास है और विधायक ने ही उसकी सिफारिश की है।
यह विश्वास तब तक था, जब तक मनी एक्सचेंजर को पेमेंट देने का भरोसा मिलता रहा। जब पेमेंट देने में आनाकानी होने लगी तो मामले से पर्दा उठा कि उसे नौसरबाजों ने ठग लिया है। इससे पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए और आनन फानन मनी एक्सचेंजर राजीव कुमार की शिकायत पर साक्षी निवासी मुज्जफरपुर (बिहार) के अलावा अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर अमलोह एसबीआई शाखा से रिकार्ड ले लिया गया। लेकिन हैरानी कीबात यह है कि मामला दर्ज होने के कई घंटे बाद भी नौसरबाज फोन पर मनी एक्सचेंजर से बात करता रहा।
वहीं देर शाम भी पुलिस का यही दावा था कि बाहरी राज्यों का नंबर होने के कारण अभी कुछ पता नहीं लगा। कुल मिलाकर अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। एसएचओ अमरदीप सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। बाहरी राज्यों के नंबर होने कारण अभी कुछ पता नहीं लगा। पुलिस नौसरबाजों का पता लगाने में जुटी है। विधायक काका रणदीप ने कहा कि उनके नाम का दुरुपयोग किया गया है। डीएसपी अमलोह को हिदायत की गई है कि आरोपित जल्द पकड़े जाएं।
मार्केट के दुकानदार हैरी को पहले किया फोन
नौसरबाजों ने राजीव के दुकान से थोड़ी दूर हैरी नामक दुकानदार को फोन करके एयर टिकट के बारे में जानकारी ली थी। इसके बाद हैरी का नाम भी बातचीत में लेते हुए राजीव को यह विश्वास दिलाया गया कि फोन करने वाला इलाके के लोगों से वाकिफ है और यह कोई फ्राड नहीं है। हैरी ने कहा कि उससे टिकटों के रेट को लेकर पूछा गया था। एक साल पड़ोस में रहे हैं विधायक
मनी एक्सचेंजर राजीव के घर के पास चुनावों के दौरान विधायक काका रणदीप ने अपना कार्यालय बनाया था। जिस कारण राजीव की उनसे नजदीकियां हैं और फोन पर जब विधायक की आवाज निकाली गई तो राजीव ने तभी समझा कि विधायक ही बोल रहे हैं। आडियो सुनकर विधायक भी हैरान
इस साइबर ठगी संबंधी आडियो जब विधायक काका रणदीप को भेजी गईं तो वह खुद भी दंग रह गए। बिल्कुल उनकी ही जैसी आवाज नौसरबाज निकाल रहा है। इससे किसी और तो दूर विधायक के करीबी भी माने कि फोन पर तो हम भी काका रणदीप ही समझ बैठते। नौसरबाजों और मनी एक्सचेंजर में हुई बातचीत का विवरण
17 अक्टूबर की सुबह साढ़े 9 बजे नौसरबाज ने फोन करके सबसे पहले कहा कि वर्मा साहब सत श्री अकाल, रणदीप साहिब विधायक साहब के घर से सेक्रेटरी कांग्रेस सहगल बोल रहा हूं। आप मनी ट्रांसफर करते हो, मुझे हैरी ने नंबर दिया था। मनी एक्सचेंजर ने हां में जवाब दिया तो नौसरबाज ने कहा कि बेटी की ट्यूशन फीस पेंडिंग है। वह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पढ़ती है। एक्स्ट्रा ट्यूशन की 23-24 हजार फीस पेडिंग है। मैं आपको खाता नंबर वाट्स-अप करता हूं। आप पेमेंट करवा देना और किसी को रणदीप साहब के घर भेजकर पेमेंट मंगवा लेना।
मनी एक्सचेंजर ने दोबारा पूछा कि कहां से पेमेंट लेनी है तो नौसरबाज ने कहा कि रणदीप विधायक साहब के घर से वहां राहुल होगा। पेमेंट करवाकर पर्ची भेज देना। नौसरबाज ने यकीन दिलाने के लिए पूछा कि एक्स्ट्रा फीस कितनी होगी तो मनी एक्सचेंजर ने कहा कि 100 रुपए। नौसरबाज बोला कि उनसे कितने लोगे। मनी एक्सचेंजर ने कहा कि अभी दुकान नहीं खोली है। एक घंटे में काम हो जाएगा।
नौसरबाज ने पूछा कि कितने बजे दुकान खोलते हैं तो मनी एक्सचेंजर ने कहा कि 10 बजे। 10 बजे के बाद उसे फिर फोन आ गया था। मामला दर्ज होने के बाद शनिवार को भी नौसरबाज ने मनी एक्सचेंजर से बात की। ढाई बजे के करीब आई काल में फिर से विधायक के करीबी होने का दावा करते हुए कहा गया कि मजबूरी में पैसे वापस नहीं किए गए। सोमवार दोपहर तक पैसे वापस कर दिए जाएंगे। विधायक की आवाज में हुई बातचीत
नौसरबाज - आह गल्ल करो काका साहब नाल.
फर्जी विधायक - हैलो
मनी एक्सचेंजर - हांजी
फर्जी विधायक - काका बोल रेहा रणदीप काका। कौन बोलदे हो..
मनी एक्सचेंजर - हांजी वर्मा बोल रेहा जी
फर्जी विधायक - हां वर्मा साहिब एह साडे मित्र हैगे साडे सेक्रेटरी साहिब हैगे। एहना दी बिटिया दी फीस पैंडिग है कोई ओह करवा दो.. तभी फोन काट दिया गया।