फल-सब्जियों की देखरेख का प्रशिक्षण दिया
कृषि विज्ञान केंद्र में पांच दिवसीय फल और सब्जियों की संभाल संबंधी रोजगार का कोर्स करवाया गया। इस मौके पर डॉ. विपन कुमार रामपाल डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम समय की मुख्य जरूरत है। किसानों की आमदन को बढ़ाने और खेती को ओर लाभप्रद बनाने के लिए इस हुनर को व्यापारिक स्तर पर अपनाने की जरूरत है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : कृषि विज्ञान केंद्र में पांच दिवसीय फल और सब्जियों की संभाल संबंधी रोजगार का कोर्स करवाया गया। इस मौके पर डॉ. विपन कुमार रामपाल डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम समय की मुख्य जरूरत है। किसानों की आमदन को बढ़ाने और खेती को ओर लाभप्रद बनाने के लिए इस हुनर को व्यापारिक स्तर पर अपनाने की जरूरत है। इसके साथ रोजगार के अवसर में भी विस्तार होगा। सहायक प्रोफेसर (ग्रह विज्ञान) डॉ. मनीषा भाटिया, सहायक प्रोफेसर (ग्रह विज्ञान)ने फलों और सब्जियों की संभाल की तकनीक जैसे जैम, चटनी, आचार बनाना और सब्जियों को सुखाकर रखने, जैम, रली मिली सब्जियों, हल्दी, खुंबों और मटर का आचार, ओला कैंडी, चवनप्राश और टमाटर की चटनी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। कोर्स के दौरान सब्जियों को सुखाकर उनकी संभाल बारे भी विस्तार में जानकारी दी गई। हरे पत्ते वाली सब्जियों को सुखाकर रखने संबंधी विशेष तौर पर जानकारी दी गई। डॉ. सुखमीत ¨सह (खोज इंजीनियर) पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना ने घरेलू और व्यापारिक स्तर पर सौर ऊर्जा के साथ चलने वाले यंत्रों की जानकारी दी। कोर्स के दौरान शिक्षार्थियों को सत¨वदर ¨सह और र¨जदर कौर द्वारा घरेलू स्तर के शुरू किये यूनिट'अनमोल विरासत'का दौरा भी करवाया। जहां संजीव शर्मा डीडीएम नाबार्ड और सु¨रदर बांसल एलडीएम ने स्वयं रोजगार के लिए बैंकों द्वारा दिए जाने वाले कर्ज बारे भी जानकारी दी।