शहीदी जोड़ मेल पर बंद हों शाही लंगर-सिद्धू
श्री गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह जी एवं माता गुजरी जी की अतुल्य शहादत को समर्पित हर साल फतेहगढ़ साहिब में 26 से 2
-संगत के लिए केवल सादे लंगर लगाए जाएं
-लंगर कमेटिया भी अपनाएं गुरु घर की मर्यादा
संवाद सहयोगी, मंडी गोबिंदगढ़ :
श्री गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह जी एवं माता गुजरी जी की अतुल्य शहादत को समर्पित हर साल फतेहगढ़ साहिब में 26 से 28 दिसंबर तक होने वाली शहीदी सभा में आने वाली संगत के लिए लगाए जाने वाले 36 प्रकार के शाही लंगरों पर एसजीपीसी को तुरंत रोक लगानी चाहिए। संगत के लिए केवल सादे लंगर लगाए जाने चाहिए। श्री गुरु ग्रंथ साहिब चेरिटेबल सोसायटी फतेहगढ़ साहिब के उप-चेयरमैन फोरमैन बलवीर सिंह सिद्धू ने रविवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि इन शाही लंगरों पर रोक लगाने के लिए गुरुद्वारा साहिब का प्रबंधन देख रही एसजीपीसी को पहल करनी होगी। जिस तरह श्रद्धालुओं के लिए सभा में अनेकों प्रकार के लंगर लगाते हैं उसके साथ वैरागमय (शोकाकुल) संगत के मन को भारी ठेस पहुंचती है। खास कर मीठा गजरेला, ब्रैड- पकौड़े, खोये की पिन्नी, खीर, साग, मटर पनीर समेत कई प्रकार के लंगर परोसे जा रहे हैं। -भाग रगड़ने वालों की अनदेखी कर रहा प्रशासन हर बार प्रशासन और एजसीपीसी शहीदी सभा में जगह-जगह बैठे भाग रगड़ने वाले लोगों की अनदेखी करता आ रहा है और भाग वाले नौजवानों को भाग पिलाकर नशेड़ी बना रहे हैं। बलवीर सिंह सिद्धू ने लंगर कमेटियों से भी अपील की कि वे संगत की सेवा गुरुघर की मर्यादा अनुसार ही करें ना कि दिखावा करें।