टकसाली का मतबल पुराना विश्वास : ब्रह्मपुरा
फतेहगढ़ साहिब : शिरोमणि अकाली दल टकसाली के प्रधान जत्थेदार रणजीत ¨सह ब्रह्मपुरा, सीनियर उपाध्यक्ष डॉ. रत्न ¨सह अजनाला, महासचिव व मुख्य वक्ता सेवा ¨सह सेखवां मंगलवार को छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर ¨सह, बाबा फतेह ¨सह व माता गुजरी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में नतमस्तक हुए।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब :
शिरोमणि अकाली दल टकसाली के प्रधान जत्थेदार रणजीत ¨सह ब्रह्मपुरा, सीनियर उपाध्यक्ष डॉ. रत्न ¨सह अजनाला, महासचिव व मुख्य वक्ता सेवा ¨सह सेखवां मंगलवार को छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर ¨सह, बाबा फतेह ¨सह व माता गुजरी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में नतमस्तक हुए। इस मौके उन्होंने कहा कि शहीदी सभा पर केवल धर्म की बात होनी चाहिए। शहीदी कांफ्रेंसों को बंद करने का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि इस मौके केवल धर्म का प्रचार ही होना चाहिए। नए टकसाली शिरोमणि अकाली दल बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि टकसाली शब्द का मतलब पहले से बना हुआ पुराना विश्वास होता है। इसलिए संगत की भावना के मद्देनजर ही टकसाली शिरोमणि अकाली दल का गठन किया गया है। इस महान धरती पर वह कोई भी राजनीतिक बात नहीं करेंगे। इस मौके पर पार्टी वर्करों ने उन्हें सिरोंपे भेंट कर सम्मानित किया गया। उपाध्यक्ष उजागर ¨सह बड़ाली, पूर्व विधायक व¨रदर ¨सह ब्रह्मपुरा भी इस अवसर पर मौजूद थे।