जेलों में बंद किसानों की रिहाई के लिए दिया धरना
किसान जत्थेबंदियों द्वारा जेलों में बंद किसानों की रिहाई के लिए जिला हेडक्वार्टर पर रोष प्रदर्शन किया गया।
संवाद सहयोगी, सरहिद : किसान जत्थेबंदियों द्वारा जेलों में बंद किसानों की रिहाई के लिए जिला हेडक्वार्टर पर रोष प्रदर्शन किया गया। जिसके उपरांत राष्ट्रपति के नाम एक मांग पत्र डीसी अमृत कौर गिल को सौंपा गया। संबोधित करते हुए बलविदर सिंह ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा जिले स्तर पर संघर्ष को सुचारू रूप से चलाने के लिए नौ सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें विभिन्न जत्थेबंदियों के हरनेक सिंह, बलविदर सिंह, निर्मल सिंह, बलजिदर सिंह, भूपेंद्र सिंह, निर्मल सिंह मूलांपुर, हरिदर सिंह आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को हुई हिसा के दौरान कई किसानों को सरकार द्वारा जेलों में बंद किया गया है को रिहा किया जाए। यदि केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं किया तो वह संघर्ष को और तेज करेंगे। उन्होंने मांग की कि कृषि कानूनों को जल्द रद किया जाए और जब तक मांगें पूरी नहीं होती तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस अवसर पर अवतार सिंह, जगतार सिंह, जसवंत सिंह, जसवीर सिंह, हरभजन सिंह, करनैल सिंह, गुरदीप सिंह, प्रितपाल सिंह आदि उपस्थित थे।
किसानों ने नौजवानों की रिहाई के लिए एसडीएम को दिया ज्ञापन
संस, राजपुरा (पटियाला) : मिनी सचिवालय में बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुखों ने जेलों में बंद किसानों व बेकसूर नौजवानों को बिना शर्त रिहाई देने के लिए एसडीएम राजपुरा खुशदिल सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। किसानों ने ज्ञापन देने के बाद केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। मौके पर किसान नेता इकबाल सिंह मंडौली व चरनजीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हकों पर डाका मारने का काम कर रही है। किसान नेता अपनी मांगों के संबंध में दिल्ली के बार्डरों पर शांत तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि दिल्ली पुलिस रोष प्रदर्शन कर रहे बेकसूर नौजवानों को नोटिस भेजकर उन्हें जेलों में बंद कर रही है। किसानों ने मांग की कि किसान आंदोलन के समय गिरफतार किए गए सभी लोगों को बिना शर्त रिहा किया जाए। मौके पर पवन कुमार सोगलपुर, अमरजीत घनौर, पवित्र सिंह, सुरजीत सिंह, बलविंद्र सिंह, कृपाल सिंह बहावलपुर, गुरजंट सिंह मंजौली, रजिंद्र सिंह राजपुरा, सुखचैन सिंह, जसबीर सिंह कौली, चरनजीत सिंह, गुरजंट सिंह सील, अवतार सिंह, जगपाल सिंह आदि किसान नेता मौजूद रहे।