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सिविल अस्पताल की लाइट गुल, मोबाइल की टार्चो से चेकअप कर रहे डॉक्टर

जिले के सिविल अस्पताल में करीब एक महीने से आए दिन बत्ती गुल रहने से सारा ढांचा ही बिगड़ा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 11:59 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 11:59 PM (IST)
सिविल अस्पताल की लाइट गुल, मोबाइल की टार्चो से चेकअप कर रहे डॉक्टर
सिविल अस्पताल की लाइट गुल, मोबाइल की टार्चो से चेकअप कर रहे डॉक्टर

जासं, फतेहगढ़ साहिब : जिले के सिविल अस्पताल में करीब एक महीने से आए दिन लाइट गुल रहने से सारा ढांचा ही बिगड़ा हुआ है। अस्पताल में दिन में ही अंधेरा छाया रहता है और हालात ऐसे है कि डॉक्टर मोबाइल की टार्चो से चेकअप कर रहे हैं। बिजली न होने कारण ऑपरेशन थियेटर का काम भी बुरी तरह से प्रभावित है। इस माहौल में मरीजों की जान खतरे में है, लेकिन किसी भी अधिकारी के माथे पर इस चिता की लकीर दिखाई नहीं दे रही। शुक्रवार को भी अस्पताल की बत्ती दिन भर गुल रही। विभिन्न डॉक्टरों के पास चेकअप के लिए आए लोगों को जहां गर्मी ने बेहाल किया वहीं ओपीडी में अंधेरे होने के कारण ज्यादातर मरीज चैकअप से भी वंचित रहे। लेकिन, कुछ डाक्टर्स ऐसे भी थे, जो मरीजों को वापस भेजने की बजाय अपने मोबाइल की टार्चो के सहारे चैकअप करने लगे।

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600 से 800 मरीजों की है ओपीडी

सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब में रोजाना 600 से लेकर 800 मरीजों की ओपीडी है। करीब एक महीने से बिजली की समस्या होने के कारण ओपीडी मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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लोड ज्यादा, तारें पुरानी

सिविल अस्पताल में वोल्टेज का लोड ज्यादा है और तारें पुरानी हैं। लोड ज्यादा होने के कारण तारें कई जगहों से खराब हो चुकी हैं। अस्पताल प्रशासन तारों को जोड़कर काम चला रहा है लेकिन नई तारें अभी तक नहीं डाली गई हैं। जिस कारण आए दिन अस्पताल की बत्ती गुल रहती है।

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मंजूरी मिल गई है, जल्द काम शुरू होगा : एसएमओ

सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ कुलदीप सिंह ने कहा कि नई तारें डालने के बाद समस्या का हल होगा। इसकी प्रपोजल भेजी हुई थी, जिसे मंजूरी मिल गई है।

जल्द काम शुरू कराकर तारें नई डाली जाएंगी और समस्या का पक्के तौर पर हल किया जाएगा।


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