अकाली दल ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा, पांच को देगी धरना
सरहिद-फतेहगढ़ साहिब नगर कौंसिल के अकाली प्रधान शेर सिंह को पदमुक्त किए जाने के बाद जिले भर का अकाल दल ने कांग्रेस खिलाफ मजबूत रणनीति बनाकर मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : सरहिद-फतेहगढ़ साहिब नगर कौंसिल के अकाली प्रधान शेर सिंह को पदमुक्त किए जाने के बाद अकाली दल ने कांग्रेस के खिलाफ मजबूत रणनीति बनाकर मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। इससे पहले पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल व जिले के इंचार्ज सुरजीत सिंह रखड़ा को भी इस मामले की जानकारी दे दी गई है। अकाली दल की बैठक फतेहगढ़ साहिब के बैठक हाल में बुलाई गई जिसमें नगर कौंसिल पूर्व प्रधान शेर सिंह, शिअद जिलाध्यक्ष स्वर्ण सिंह चनराथल, पूर्व विधायक दीदार सिंह भट्टी, एसजीपीसी सदस्य करनैल सिंह पंजोली ने इस बैठक को संबोधित किया। दो घंटे तक चली इस बैठक में जिले भर के आला नेताओं व सरगर्म वर्करों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया।
नेताओं ने कहा कि कांग्रेस की ओर से लोगों की आवाज दबाई जा रही है। वहीं अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए राजनीतिक पार्टियों के नेताओं और मीडिया के लोगों पर पर्चे दर्ज करवाए जा रहे हैं। नेताओं ने कहा कि अब जिला प्रशासन ने कांग्रेसियों की मिलीभगत के साथ धरने प्रदर्शनों पर रोक लगाने के मकसद से धारा-144 लगाकर पूर्ण पाबंदी लगा दी है ताकि कोई भी व्यक्ति अपने इंसाफ के लिए रोष प्रदर्शन न कर सके। किसी भी रोष प्रदर्शन से पहले प्रशासन से मंजूरी लेनी पड़ेगी। जिलाध्यक्ष स्वर्ण सिंह चनराथल ने कहा कि अकाली दल ने आगामी पांच सितंबर को डीसी दफ्तर पर धरने संबंधी मंजूरी के लिए अर्जी दी थी लेकिन प्रशासन ने उन्हें मंजूरी नहीं दी। नेताओं ने एलान किया कि अकाली दल अब हर हाल में पांच सितंबर को धरना देगा। यह धरने तब तक जारी रहेंगे जब तक कांग्रेसियों का जुल्म लोगों पर बंद नहीं होता। धरने को कामयाब करने के लिए दो सितंबर को बैठक भी बुलाई गई है जिसमें जिले भर के अधिकारी और वर्कर शामिल होंगे।
बैठक में यह लोग रहे शामिल
अकाली नेता कुलविदर सिंह डेरा, एसजीपीसी सदस्य रविदर खालसा, कर्मचारी दल पंजाब के प्रधान कर्मजीत सिंह भगड़ाना, हरभजन सिंह चनारथल, अजैब सिंह जखवाली, लखवीर सिंह थाबला, गुरमीत सिंह धालीवाल, दिलबाग सिंह बाघा, गुरविदर सिंह सोही, सुरिदर सिंह सुहागहेड़ी, रशपिदर सिंह ढिल्लों, करनजोत सिंह सिद्धू के अलावा बड़ी संख्या में अकाली वर्कर मौजूद थे।