गांव की सत्थों में खुंड चर्चा से केंद्र को घेरेगी कांग्रेस, जन आंदोलन शुरू
फतेहगढ़ साहिब कृषि अध्यादेशों के खिलाफ कांग्रेस ने पंजाब में गांवों की सत्थों में जाकर खुंड चर्चा से केंद्र सरकार को घेरने का बिगुल बजा दिया है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : कृषि अध्यादेशों के खिलाफ कांग्रेस ने पंजाब में गांवों की सत्थों में जाकर खुंड चर्चा से केंद्र सरकार को घेरने का बिगुल बजा दिया है। फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खत्म करने के विरोध में कांग्रेस ने प्रदेश में शुक्रवार से जन आंदोलन की शुरूआत शहीदों की धरती फतेहगढ़ साहिब से की। जन आंदोलन की शुरूआत करने यहां पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पहुंचे। इन दोनों नेताओं ने आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव व फतेहगढ़ साहिब से विधायक कुलजीत सिंह नागरा के कार्यालय में पार्टी नेताओं से बैठक करते हुए इस जन आंदोलन को हर गांव की सत्थ तक पहुंचाने की बात कही। जाखड़ ने कहा कि देश की किसानी को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार मंडियों का निजीकरण कर रही है। खुली मार्केट में व्यापारी मनमर्जी के रेट से फसल खरीदेंगे। किसानों की फसल का रेट मिट्टी के समान रह जाएगा। इससे अनाज मंडियों से जुड़े आढ़ती, मजदूर व ट्रांसपोर्ट सभी वर्गों का कामकाज भी बिल्कुल ठप हो जाएगा। वे केंद्र सरकार की इस साजिश को कभी सफल नहीं होने देंगे। जाखड़ ने शिअद (बादल) अध्यक्ष सुखबीर बादल पर निशाना साधते हुए कहा कि इन अध्यादेशों से अकाली वर्करों में भी रोष है। लेकिन पत्नी की कुर्सी के चलते सुखबीर बादल ने आंखें मूंद ली हैं। उन्होंने पैट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर भी केंद्र सरकार की निदा की। बॉक्स सीएम को लिखेंगे पत्र, बुलाई जाए सर्वदलीय बैठक
कृषि अध्यादेशों के खिलाफ जन आंदोलन को लेकर सुनील जाखड़ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह से पत्र लिखेंगे कि इस पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। बैठक में समूह पार्टियों के अलावा प्रदेश की समूह किसान जत्थेबंदियों के नुमाइंदों को भी आमंत्रित किया जाए। गांव की सत्थों व खुंड चर्चा में किसानों की जो राय होगी, उसे मुख्य रखते ही पंजाब सरकार अपना फैसला लेगी।
फर्जी नीले कार्ड बनाने वाले अकाली जत्थेदारों खिलाफ दर्ज होंगे केस
पंजाब में इन दिनों आटा दाल योजना के तहत बने नीले कार्डों में कटौती के बाद कांग्रेस पर लग रहे आरोपों को सुनील जाखड़ ने सियासी साजिश बताया। उन्होंने कहा कि मजीठा विधान सभा क्षेत्र में 97 फीसदी वोटरों के नीले कार्ड बनाए गए थे। जबकि, इसके साथ लगते अटारी क्षेत्र में कांग्रेस विधायक होने कारण मात्र 24 फीसदी वोटरों के कार्ड बने थे। इसी तहत अकाली सरकार में लंबी क्षेत्र में 94 फीसदी वोटरों के कार्ड बने थे। ऐसे क्षेत्रों में दोबारा सर्वेक्षण कराकर लाभान्वितों के कार्ड ही रखे गए हैं। बाकी के फर्जी कार्डों को रद कर दिया गया था। जिस कारण अकालीदल शोर मचा रहा है। अब उनकी सरकार फर्जी नीले कार्ड बनाने वाले अकाली जत्थेदारों की पहचान करके उनके खिलाफ केस भी दर्ज करेगी। जाखड़ ने अपने साथ बैठे कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु से भी कहा कि जल्द ही केस दर्ज कराए जाएं। मंत्री ने भी इस पर हामी भरी।