पंजाब क ी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए दिए सुझाव
श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्व यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग ने श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित पंजाब की अर्थव्यवस्था के समकाली विषय पर नेशनल कांफ्रेंस करवाई। कांफ्रेंस के कनवीनर प्रो. आरके शर्मा ने उद्घाटन सेशन में डेलीगेटस का स्वागत करते कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डालने वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने की जरूरत है।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : श्री गुरु ग्रंथ साहिब विश्व यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग ने श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित पंजाब की अर्थव्यवस्था के समकाली विषय पर नेशनल कांफ्रेंस करवाई। कांफ्रेंस के कनवीनर प्रो. आरके शर्मा ने उद्घाटन सेशन में डेलीगेटस का स्वागत करते कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डालने वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने की जरूरत है। कांफ्रेंस का उद्घाटन करते हुए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. डॉ. प्रितपाल सिंह ने कहा कि पंजाब की अर्थव्यवस्था बहुत ही समस्याओं से पीड़ित है और इन मुद्दों पर विचार करने के लिए विभिन्न प्रतिभागियों, डेलीगेटस और विद्यार्थियों को इस कांफ्रेंस के जरिए प्लेटफार्म प्रदान किया गया है। ऐसे विचारों से पंजाब की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए हल ढूंढा जा सकता है। प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और अकाल यूनिवर्सिटी तलवंडी साबो के वाइस चांसलर डॉ. गुरमेल सिंह ने कहा कि पंजाब की आर्थिकता धीमी विकास गति, खराब फसली चक्कर, किसानों के कर्ज, बुरा मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर, बेरोजगारी, बीमार सेहत प्रणाली और शिक्षा जैसे मुद्दों से पीड़ित है। अच्छी नीति के साथ ही इन मुद्दों का हल हो सकता है। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के प्रो. डॉ. ज्ञान सिंह ने किसानों को पेश आ रही समस्याओं पर चर्चा की और पंजाब में जारी खेतीबाड़ी संकट पर विचार पेश किए। इसके अलावा प्रो. डॉ. अनुपमा, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. हरप्रीत सिंह, प्रो. डॉ. लखविदर सिंह गिल ने कहा कि उचित आर्थिक नीतियां तैयार कर और उनको सही तरीके से लागू करके ही पंजाब की आर्थिकता को बचाया जा सकता है। कांफ्रेंस में 50 खोज पत्र पेश किए। इस अवसर पर स्टाफ और विद्यार्थी उपस्थित थे।