ऑडिट के लिए आई टीम ने की आशा वर्करों से छेड़छाड़, फिर कमरे में बंद कर हो गए फरार
बस्सी पठाना ऑडिट करने आई टीम के अधिकारियों व कर्मचारियों पर शराब के नशे में आशा वर्करों के साथ अश्लील हरकतें करने का आरोप लगा है।
जेएनएन, बस्सी पठाना (फतेहगढ़ साहिब)। महिला दिवस पर जहां देशभर में महिलाओं के सम्मान में बड़े आयोजन कर उन्हें सशक्त नारी का दर्जा दिया जा रहा था, वहीं बस्सी पठाना के गांव नंदपुर कलौड़ के सरकारी पब्लिक हेल्थ सेंटर नंदपुर कलौड़ में चंडीगढ़ से ऑडिट करने आई टीम के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा शराब के नशे में सेंटर की आशा वर्करों के साथ अश्लील हरकतें व छेड़छाड़ करने व उन्हें कमरे में बंद करने का मामला सामने आया है।
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी सुखविंदर सिंह चौहान, एसचओ जगदीप सिंह बराड़ पुलिस पार्टी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने सभी आशा वर्करों के बयान दर्ज करके छह लोगों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपितों में जगरूप सिंह, स्टेनो संदीप सिंह, नवजोत सिंह, ब्लाक एजुकेटर अफसर बीएमवी नामजद व व तीन अज्ञात ऑडिट अफसरों पर केस दर्ज किया गया है।
आरोपित शराब के नशे में थे धुत्त
आशा वर्करों द्वारा डीएसपी को दी गई शिकायत में कहा गया है कि दफ्तर अधिकारियों द्वारा बार-बार ऑडिट करवाने के लिए पीएचसी नंदपुर में बुलाया जा रहा था। शुक्रवार बाद दोपहर जैसे ही वो सब सेंटर की एएनएम के साथ पीएचसी सेंटर पहुंचीं, वहां लेखाकार व एसएमओ भी मौजूद थे। लेखाकार महिला ने कहा कि ऑडिट टीम ऊपर कमरे में है। जब वह दोनों ऊपर कमरे में जाने लगीं तो जगरूप सिंह नामक कर्मी ने एसएमओ को कहा कि इन्हें ऊपर न जाने दिया जाए।
इतने में एक आशा वर्कर ऊपर बने कमरे में जा पहुंची, जहां दफ्तरी स्टेनो, ऑडिट टीम और बीईई ने कमरे में दाखिल हुई दोनों महिला को धक्का मार दिया। आशा वर्करों अनुसार कमरे में ऑडिट टीम के सदस्य शराब पी रहे थे। इस पर ऑडिट टीम ने शराब के गिलास बगल में फेंक दिए और दोनों आशा वर्करों के साथ हाथापाई शुरू कर दी दोनों महिलाओं से अश्लील हरकतें कर उन्हें सीढिय़ों से नीचे फेंक दिया।
महिलाओं को कमरे में बंद कर मौके से हुए फरार
आशा वर्करों द्वारा पूरे घटनाक्रम की वीडियो भी बनाए जाने का दावा किया गया है। ऑडिट टीम पर यह भी आरोप है कि शराब के नशे में धुत उन्होंने आशा वर्करों के साथ भद्दी शब्दावली का इस्तेमाल कर दो-दो आशा वर्करों को उनके पास पेश करने को कहा था, जिससे आहत होकर देर शाम आशा वर्करों ने पीएचसी के बाहर ऑडिट टीम व एसएमओ के विरुद्ध नारेबाजी भी की। इससे पहले पीएचसी के एक कर्मी नवजोत सिंह ने दोनों महिलाओं को एक कमरे में बंद कर ऑडिट अधिकारियों को मौके से भगा दिया था।