पंजाब के लिए ...फतेहगढ़ साहिब की मनदीप व कोमलप्रीत को मिलेगा सर्वोच्च खेल सम्मान
पंजाब सरकार का खेल विभाग जिले की दो अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ट अवार्ड से सम्मानित करने जा रहा है। जिसमें एशियन खेलों की विजेता एथलीट मनदीप कौर निवासी गांव बडगुजरां मंडी गोबिदगढ़ तथा अंतरराष्ट्रयी फैसिग गेम विजेता खिलाड़ी कोमलप्रीत शुकला निवासी फतेहगढ़ साहिब के नाम शामिल हैं।
लखवीर सिंह लक्की, फतेहगढ़ साहिब : पंजाब सरकार का खेल विभाग जिले की दो अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ अवार्ड से सम्मानित करने जा रहा है। जिसमें एशियन खेलों की विजेता एथलीट मनदीप कौर निवासी गांव बडगुजरां, मंडी गोबिदगढ़ तथा अंतरराष्ट्रीय फेंसिंग गेम विजेता कोमलप्रीत शुक्ला निवासी फतेहगढ़ साहिब के नाम शामिल हैं।
महाराजा रणजीत सिंह स्टेट अवार्ड से नौ जुलाई को दोनों खिलाड़ियों को चंडीगढ़ के हयात रेजेंसी में बाद दोपहर सम्मानित किया जाना है। जिसकी सूचना डायरेक्टर स्पोर्ट्स विभाग पंजाब एवं सचिव पंजाब स्टेट स्पोर्ट्स कौंसिल के पत्र से मिली है जिसमें कौंसिल द्वारा दोनों खिलाड़ियों को इस अवार्ड को हासिल करने के लिए चंडीगढ़ में आमंत्रित किया है। खेल विभाग की सचिव अमृत कौर गिल के हस्ताक्षर वाले इस पत्र में लिखा गया है कि विभाग को दोनों खिलाड़ियों पर गर्व है कि उन्हें पंजाब सरकार ने पंजाब के सबसे बड़े सर्वश्रेष्ठ महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड के लिए चुना है। मनदीप कौर और कोमलप्रीत शुक्ला इस समय पंजाब पुलिस में उच्च पदों पर तैनात हैं। जिन्होंने अपने अवार्ड को लेकर बेहद खुशी जताई है और अपनी कामयाबी का श्रेय अपने मायके व ससुराल परिवार के माता-पिता को बराबर दिया है। ससुराल व मायके से मिला भरपूर सहयोग : मनदीप कौर
एथलीट मनदीप कौर इस समय कैनेडा में है। फोन पर बातचीत के दौरान मनदीप कौर ने अपने अवार्ड के लिए अति प्रसन्नता जताते हुए इसका श्रेय अपने पिता जसवीर सिंह और माता सरबजीत कौर को दिया है। इसके अलावा ससुराल परिवार से पति हरपिदर सिंह जिला खेल अफसर मानसा तथा ससुर केसर सिंह व सास परमजीत कौर को भी बराबर का श्रेय दिया है जिन्होंने शादी के बाद भी अपने बेटी की तरह उसे खेल जारी रखने में मदद की। खेलों में मिले 100 से अधिक मेडल
मनदीप पिछले 15 सालों से एथलेटिक्स 400 मीट रिले रेस में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 100 से अधिक गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदक जीत चुकी है। उसने 2006 में दोहा कतर में हुई एशियन खेलों में एक गोल्ड मेडल हासिल किया था। 2010 की कॉमनवेल्थ खेलों में एक बार फिर गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके बाद 2014 में चाईना में हुई खेलों में भी गोल्ड मेडल हासिल किया। फेंसिंग में हासिल किए 25 गोल्ड मेडल
फेंसिंग खिलाड़ी कोमलप्रीत पंजाब पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर पटियाला में सेवा दे रहीं हैं। पहला अवार्ड पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में 2010 में बेस्ट यूनिवर्सिटी स्पोटर््स अवार्ड मिला था। जिसे पूर्व राष्ट्रपति अबदुल कलाम से हासिल करने के लिए वह दिल्ली गई थी। सीनियर कॉमनवेल्थ गेम्स आस्ट्रेलिया, सीनियर एशियन चैंपियनशिप कोरिया, जूनियर एशियन चैंपियनशिप फिलीपींस, एशियन खेल चाइना में हिस्सा लिया था। इसके अलावा 2012 सेफ चैंपियनशिप हैदराबाद में उसका टीम व व्यक्तिगत तौर पर गोल्ड मेडल आया था। कोमलप्रीत ने बताया कि वह 2003 से रेगुलर फेंसिंग खेल में विजेता रही है। उसके पास 25 के करीब गोल्ड मेडल है। उसकी शादी नासिक महाराष्ट्र में हुई है। अपनी कामयाबी का श्रेय माता संगीता देवी और पिता स्व. बहादुर लाल शुक्ला को देते हुए कहा कि सबसे ज्यादा मेरे पिता ने ही मुझे एक काबिल इंसान बनाया जिनकी बदौलत आज मैने सफलता हासिल की है। हर कदम पर मिली सफलता के लिए पिता को जरूर मिस करती हूं।