अपने बच्चों की लंबी आयु के लिए महिलाएं रखेगी व्रत
अहोई अष्टमी के दिन महिलाएं अपने बचों की लंबी आयु के लिए व्रत धारण कर रही है।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : हिदू संस्कृति के अनुसार अहोई अष्टमी के दिन यानि सोमवार को सभी महिलाएं अपने बच्चों की लंबी आयु के लिए व्रत धारण कर रही है। अहोई अष्टमी के मौके पर महिलाएं सूर्य उदय होने से पहले व्रत धारण करेगी और दिन भर बिना कुछ खाए पीए सूर्य अस्त होने के बाद तारा को देखकर और अहोई माता की पूजा करने के बाद अपने व्रत को खोलती है। पुराने समय से मान्यता है कि अहोई अष्टमी के मौके पर माता की पूजा में पक्के आहार में शामिल मट्ठियां, कचौरी व अन्य आहारों को शामिल किया जाता है। हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार इस दिन घरों में ही तैयार किए पक्के आहारों को नए खरीदे मिट्टी के बर्तनों में डाल कर अहोई माता की पूजा की जाती है। सनातन धर्म मंदिर के पुजारी आचार्य योगराज ने बताया कि करवा चौथ की तरह यह व्रत भी काफी कठिन माना गया है। दिन भर महिलाएं बिना कुछ खाए पीए अपने बच्चों की दीर्घ आयु की कामना करते हुए अहोई माता से अपने परिवार की सुख शांति की भी कामना करती है। उन्होंने कहा कि अहोई अष्टमी के मौके पर महिलाओं द्वारा व्रत रखने की परंपरा सदियों पुरानी है, लेकिन आज के आधुनिक दौर में भी महिलाएं उसी श्रद्धा भावना से व्रत रख मंदिरों में व्रत की कथा सुनने पहुंचती है।