कृषि अध्यादेश कार्पोरेट घरानों को पहुंचाएगा लाभ : डॉ. अमर सिंह
फतेहगढ़ साहिब केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि अध्यादेश में एक जरूरी सामान संशोधित बिल जब लोकसभा में पेश किया गया तो मुख्य विपक्षी कांग्रेस के हलका फतेहगढ़ साहिब से सांसद डॉ. अमर सिंह ने डटकर विरोध किया।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि अध्यादेश में एक जरूरी सामान संशोधित बिल जब लोकसभा में पेश किया गया तो मुख्य विपक्षी कांग्रेस के हलका फतेहगढ़ साहिब से सांसद डॉ. अमर सिंह ने डटकर विरोध किया। डॉ. अमर सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा कृषि से संबंधित लाए तीनों आर्डिनेंस बड़े कार्पोरेट लोगों को सीधा लाभ पहुंचाने वाले है और किसानों के विरोधी है। उन्होंने स्टाक की सीमा को खत्म करने और जरूरी वस्तुओं की कीमतों के दोगुना होने तक सरकार द्वारा दखल न देने संबंधी कदम की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि 1955 में यह एक्ट इसलिए लागू किया गया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नागरिकों को उचित भाव पर खाने पीने की वस्तुओं की पहुंच यकीनी हो सके। लेकिन सरकार द्वारा बिल में किए मौजूदा संशोधन का पंजाब और हरियाणा समेत पूरे देश में किसान यूनियनों द्वारा विरोध किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जरूरी वस्तुओं की कीमतों में थोड़ी सी तबदीली से ही आम आदमी के घर का बजट बिगड़ जाता है, लेकिन इसके उल्ट सरकार जरूरी वस्तुओं की कीमतों के दोगुने होने तक सरकार द्वारा दखल न देने संबंधी संशोधन करने जा रही है। उन्होंने देश के गरीब नागरिकों और छोटे किसानों की कीमत पर बड़े कार्पोरेट और बहुउद्देश्यीय लोगों को लाभ पहुंचाने वाले इस संशोधन बिल को सांसद में पेश करने पर केंद्र सरकार की आलोचना करेगी। डॉ. अमर सिंह ने कहा कि कांग्रेस इन कृषि आर्डिनेंसों का प्रत्येक स्तर पर सख्त विरोध करेगी।