जीपीसी में पंजाब का संगीत पर करवाया वेबिनार
मंडी गोबिदगढ़ गोबिदगढ़ पब्लिक कालेज (जीपीसी) में पंजाब का संगीत (ज्ञान के संदर्भ में) विषय पर वेबिनार करवाया।
संवाद सहयोगी, मंडी गोबिदगढ़ : गोबिदगढ़ पब्लिक कालेज (जीपीसी) में पंजाब का संगीत (ज्ञान के संदर्भ में) विषय पर वेबिनार करवाया। डा. पंकज माला शर्मा, संगीत विभाग के प्रोफेसर और पूर्व अध्यक्ष पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ संसाधन मुख्यातिथि थे। डा. पंकज माला शर्मा ने संगीत के बारे में ज्ञान को सांझा किया और जीवन में संगीत के महत्व पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि संगीत जीवन की आत्मा है। वेबिनार के दौरान उनका मुख्य ध्यान संगीत की ज्ञान प्रक्रिया पर था। उन्होंने संगीत में पंजाब के योगदान के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि पंजाब ने संगीत को एक आधार प्रदान किया है। इसके कई रूप हैं जैसे धमक, टप्पा, ठुमरी, कव्वाली और गुरबाणी आदि। इसका प्रमाण वेदों में भी मिलता है और पंजाब को वैदिक ऋचाओं के दर्शन के रूप में जाना जाता है।
डा. जी रामचंद्रम ने जाति व्यवस्था, धार्मिक अतिवाद, लैंगिक भेदभाव, विषैले मीडिया और पुरातन न्याय प्रणाली के गला घोंटने के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया, जो एक तरह से या किसी अन्य रूप में हमारे समाज के सामाजिक सद्भाव को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मानसिकता में सकारात्मक बदलाव के साथ और सोच को व्यापक करके समाज के पूरे परिदृश्य को बदला जा सकता है और न केवल भारत के लोगों के बीच सामाजिक सद्भाव को मजबूत करके, बल्कि पूरे विश्व को शांति और समृद्धि के साथ रहने के लिए एक बेहतर स्थान बनाया जा सकता है। डा. नीना सेठ पजनी ने समाज से सभी प्रकार के भेदभावों को दूर करने की उभरती आवश्यकता पर प्रकाश डाला और कहा कि युवा इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसमें 143 प्रतिभागियों ने भाग लिया। अंत में विद्यार्थियों द्वारा पूछे सवालों जवाब भी दिए।