स्मार्ट स्कूल बनाने में दिया योगदान, शिक्षा सचिव से मिला सम्मान
शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुमार ने कहा है कि अध्यापकों की मेहनत से सरकारी स्कूलों में शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक तबदीली आई है
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुमार ने कहा है कि अध्यापकों की लगन और मेहनत से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक तबदीली आई है और स्कूलों में शिक्षा का स्तर उंचा होने से सरकारी स्कूलों में दाखिलों का रुझान भी बढ़ा है। वह जिला फतेहगढ़ साहिब के शत प्रतिशत परिणाम और स्मार्ट स्कूल बनाने में विशेष योगदान देने वाले विभिन्न स्कूलों के 1277 अध्यापकों को सम्मानित करने मौके संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के अच्छी कारगुजारी दिखाने वाले सभी अध्यापकों को सम्मानित किया जाएगा और अब तक नौ जिलों के 22 हजार अध्यापकों को सम्मानित किया जा चुका है।
शिक्षा सचिव ने स्कूल प्रभारियों और अध्यापकों की प्रशंसा करते कहा कि पिछले दो वर्षो से अध्यापकों की सख्त मेहनत ने स्कूलों में शिक्षा को फर्श से अर्श तक पहुंचा दिया है। उन्होंने स्मार्ट स्कूलों प्रति खुशी जाहिर करते कहा कि प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूलों के अध्यापकों ने इस मुहिम को दिल से अपनाकर पंजाब का नाम रोशन किया है। विद्यार्थियों को ई-कंटेट से सीखना आसान और रोचक बन गया है। इस अवसर पर डीपीआई एलीमेंट्री इंद्रजीत सिंह, सहायक डायरेक्टर ट्रेनिग डॉ. जरनैल सिंह कालेके, जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी परमजीत कौर सिद्धू, एएसपीडी अमरजीत सिंह, उप जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी अवतार सिंह, दीदार सिंह मांगट आदि उपस्थित थे।
3400 स्कूल बनाए स्मार्ट
कृष्ण कुमार ने बताया कि प्रदेश में एनआरआई, पंचायतें, स्कूल मैनेजमेंट कमेटियां और अध्यापकों के सहयोग से 3400 स्कूलों को समार्ट स्कूल बनाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को प्रतिस्पर्धा के इस दौर में उच्च शिक्षा देना सबका प्राथमिक फर्ज है और अध्यापकों का इस कार्य में बड़ा योगदान है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में सरकारी स्कूलों के परिणाम ओर भी अच्छे आएंगे।
सवाल का जवाब देने से भागे शिक्षा सचिव
जब पत्रकारों की ओर से जिला फतेहगढ़ साहिब के सरकारी स्कूल में पाई जा रही खामियों के संबंध में कृष्ण कुमार से पूछा गया तो वह सवाल का जवाब देने की जगह, बचते नजर आए। क्योंकि जिले के कई स्कूलों में पिछलों दिनों चोरियां हो चुकी है, जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई पर इसका खासा असर पड़ रहा है।