आरटीए और उसके ड्राइवर का तीन दिन रिमांड बढ़ा
रिश्वतकांड में विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किए गए फरीदकोट के आरटीए का रिमांड तीन दिन बढ†ा गया है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
रिश्वतकांड में विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किए गए फरीदकोट के आरटीए और उनके ड्राइवर को मोहाली विजिलेंस टीम ने शनिवार को अदालत में पेशकर तीन दिन की और रिमांड हासिल कर लिया है। इसकी पुष्टि मोहाली विजिलेंस के डीएसपी हरविदर सिंह ओवेराय द्वारा की गई है।
24 जून की शाम मोहाली से आई विजिलेंस की टीम ने साढ़े पांच बजे फरीदकोट के आरटीए कम जीए टू डीसी तरसेम चंद और उनके ड्राइवर अमरजीत सिंह को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया था। विजिलेंस की टीम को इस छापेमारी के दौरान 15 हजार रूपये रिश्वत लेते ड्राइवर गिरफ्तार हुआ था, जबकि आरटीए की गाड़ी से दो लाख रूपये नगद बरामद हुए थे। विजिलेंस द्वारा अगले दिन मोहाली में मजिस्ट्रेट के समझ पेश कर दोनों आरोपियों से और पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड हासिल की गई थी। रिमांड अवधि खत्म होने पर विजिलेंस टीम द्वारा दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर और रिमांड की मांग की गई, जिसके बाद अदालत ने तीन दिन की और रिमांड मंजूर की।
इस मामले में विजिलेंस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा फरीदकोट में विभाग के अन्य कर्मियों द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए पूछताछ की गई, जिसमें कई कर्मियों द्वारा जो बयान दर्ज करवाए गए है, वह सभी बयान आरटीए के विरोध में जा रहे हैं। अन्य जो रिपोर्टे भेजी गई है वह आरटीए के हक में भेजी गई बताई जा रही है।
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विजिलेंस ने खोली आरटीए दफ्तर की पोल
पहले के डीटीओ ऑफिस और अब के आरटीए ऑफिस फरीदकोट को विवादों से चोली-दामन का साथ रहा है। यह दफ्तर हमेशा अपने कार्याे के कारण विजिलेंस के निशाने पर रहा है। पिछले एक दशक से शायद ही कोई साल गुजरा हो जिस साल यहां पर विजिलेंस की दबिश न पड़ी हो। पहले के दो डीटीओ और अब के दो आरटीओ इन विवादों की जद में रहे है। यहीं नहीं दफ्तर के क्लर्को व एजेंटों से भी विजिलेंस द्वारा कई बार पूछताझ की गई है, विजिलेंस की इतनी कार्यवाईयों का यहां की कार्यप्रणाली पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा और न चाहते हुए भी यहां का यह दफ्तर अपने कार्यो से मीडिया की सुर्खियां बनता ही रहा है।