अध्यापकों का फूटा गुस्सा, सेहत मंत्री का फूंका पुतला
पंजाब सरकार की तरफ से अध्यापकों की ड्यूटी रेत के गड्ढों की जाच करने से रोष व्याप्त है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
पंजाब सरकार की तरफ से अध्यापकों की ड्यूटी रेत के गड्ढों, शराब के ठेकों पर लगाने साथ ही सेहत मंत्री की तरफ से अध्यापकों को बेकार ( वेहलड़) बताने से खफा अध्यापक रोष प्रदर्शन के लिए मजबूर हो गए हैं। इसी के अंतर्गत फरीदकोट के समूह अध्यापक वर्ग की तरफ से फरीदकोट के मिनी सचिवालय में रोष मुजाहिरा किया गया और सेहत मंत्री के साथ-साथ पंजाब सरकार के खिलाफ जम कर नारेबा•ाी की और सेहत मंत्री का पुतला फूँका।
उन्होंने कहा कि जो मंत्री करोना महामारी के दौरान अपने गेट के बाहर लोगों को न मिलने की तख्ती लगा सकता वह किसका सगा है। वह फ्रंट पर लड़ने वाले अध्यापकों को बेकार कैसे कहने का हक रखता है। देश को लूट कर खाने वाली यह बिना काम के राजनीतिक जमात जो लोगों का खून चूस कर तगड़ी हो रही है और कामगार जमात पर लगातार हमले कर रहे हैं। अध्यापकों को वेहलड़ कहने वाले बलबीर सिद्धू को यह नहीं पता कर अध्यापकों ने स्कूल बंद होने के बावजूद घर घर जा कर दाखिला किया ऑनलाइन क्लास लगा रहे हैं। जरूरतमंद बच्चों को अपनी तनख्वाह से राशन दे रहे हैं, किताबें बाँटने का काम अभी भी चल रहा है।
गैर जरूरी ड्यूटी जैसे शराब की फैक्ट्रियां और रेत माइनिग जैसी ड्यूटियों से अध्यापकों के इंकार करने पर बलबीर सिंह सिद्धू ने खाली बैठे (वेहलड़) अध्यापकों को तनख्वाह नहीं दे सकते कह दिया जो बयान निंदनीय है। अर्थी फूंक मुजाहिरे में अध्यापकों ने सेहत मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते उसको चलता करनें की मांग की।
इस मौके लवकरन सिंह कुलदीप घने कुलविन्दर बराड़ सतीश छाबड़ा सतेश भून्दड़ जगप्रीत सिंह सन्दीप अरोड़ा,विकास अरोड़ा, जसप्रीत पक्का, जतिन्दर कुमार राज कुमार चुघ्घ सुरेश कुमार जसवीर सिंह अमित सिगला गुरसेवक सिंह लखविन्दर पाल सिंह कुलदीप इन्द्र सिंह उपस्थित थे।