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स्वाइन फ्लू से बच्चे की मौत के बाद जागरूकता में जुटा सेहत विभाग

राज्य के बाकी शहरों की तरह स्वाइन फ्लू ने फरीदकोट जिले में भी दस्तक दे दी है। यहां पर अब तक स्वाइन फ्लू के तीन मामले सामने आ चुके है जिनमें से एक मासूम लड़की की मंगलवार रात स्थानीय गुरू गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। बाकी दो मरीजों में एक मरीज का उपचार फरीदकोट व एक मरीज का उपचार मोहाली के निजी अस्पताल में हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 06:07 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 06:07 PM (IST)
स्वाइन फ्लू से बच्चे की मौत के बाद जागरूकता में जुटा सेहत विभाग
स्वाइन फ्लू से बच्चे की मौत के बाद जागरूकता में जुटा सेहत विभाग

संवाद सहयोगी, फरीदकोट : राज्य के बाकी शहरों की तरह स्वाइन फ्लू ने फरीदकोट जिले में भी दस्तक दे दी है। यहां पर अब तक स्वाइन फ्लू के तीन मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से एक मासूम लड़की की मंगलवार रात गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई थी। बाकी दो मरीजों में एक मरीज का उपचार फरीदकोट व दूसरे मरीज का उपचार मोहाली के निजी अस्पताल में हो रहा है।

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जिला एपीडीमॉलोजिस्ट डॉ. कमलदीप कौर ने स्वाइन फ्लू की पुष्टि करते हुए बताया कि गांव कम्मेआना निवासी सवा साल की लड़की कुछ दिन पहले जैतो अस्पताल में इलाज के लिए आई थी, जिसका स्वाइन फ्लू टेस्ट पॉजिटिव आने पर उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया था, जहां मंगलवार रात उसकी मौत हो गई। मृतका की नानी अमरजीत कौर के अनुसार बच्ची को पहले तेज बुखार हुआ था, जिसके बाद उसे जैतो अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया। जहां उसे फरीदकोट रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। इसके अलावा दो अन्य पॉजिटिव केस पाए गए हैं, जिनमें से एक 14 साल के लड़के का इलाज मेडिकल अस्पताल में चल रहा है और एक मरीज का इलाज मोहाली में चल रहा है। दोनों केस रिकवर कर रहे हैं और खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू के फैलने के बाद सेहत विभाग पूरी तरह चौकस है और अस्पताल में स्पेशल इंसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। अगर कोई शकी मरीज पाया जाता है, तो उसको तुरंत उस वार्ड में रखा जाता है और उसका टेस्ट करवाया जाता है। रिपोर्ट आने के बाद अगर पॉजिटिव पाए गए, तो उनका इलाज तुरंत शुरू किया जाएगा, नहीं तो उसे दवाई देकर छुट्टी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ज्यादातर बच्चों और ज्यादा उम्र के व्यक्तियों पर इसका असर जल्द होता है यह सांस के जरिए फैलता है।

सरकारी अस्पताल में मुफ्त होता है स्वाइन फ्लू का टेस्ट व इलाज

उधर, सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. चंद्रशेखर कक्कड़ ने बताया कि स्वाइन फ्लू को लेकर सेहत विभाग द्वारा लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि वर्तमान समय में किसी भी तरह के बुखार, जुकाम होने की सूरत में तुरंत सिविल अस्पताल पहुंच कर जांच करवानी चाहिए। सभी सरकारी सेहत संस्थाओं में स्वाइन फ्लू के टेस्ट व इलाज मुफ्त किए जाते हैं।


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