अब इस मामले में कसेगा गुरमीत राम रहीम पर शिकंजा, कोर्ट ने दी SIT को पूछताछ की इजाजत
कोर्ट ने बहिबलकलां गोलीकांड मामले में सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह से पूछताछ के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को इजाजत दे दी है।
फरीदकोट [राजीव शर्मा]। स्थानीय अदालत ने अक्टूबर 2015 के बरगाड़ी बेअदबी और कोटकपूरा व बहिबलकलां गोलीकांड मामले में सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह से पूछताछ के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को इजाजत दे दी है। जेएमआइसी एकता उप्पल की अदालत से इजाजत मिलने के बाद अब SIT की एक उच्चस्तरीय टीम को रोहतक की सुनारिया जेल भेजेगी, जो दुराचार व हत्या के केस में बंद डेरा प्रमुख से पूछताछ करेगी।
SIT ने गोलीकांड की घटनाओं पड़ताल व जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में सामने आए तथ्यों के आधार पर राम रहीम से पूछताछ करने का फैसला किया था। इसके लिए SIT ने फरीदकोट अदालत में याचिका दायर करके इजाजत मांगी थी। SIT के अनुसार बहिबलकलां और कोटकपूरा गोलीकांड मामलों की पड़ताल के दौरान उनके पास कई गवाहों ने बरगाड़ी बेअदबी और गोलीकांड की घटनाओं में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख का नाम लिया है।
बरगाड़ी बेअदबी मामले में डेरे से जुड़े कई अनुयायियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ऐसे में गोलीकांड की घटनाओं में भी डेरा सिरसा की भूमिका को संदिग्ध माना जा रहा है। SIT के सदस्य आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बताया कि अदालत से मंजूरी मिल चुकी है। SIT की टीम रोहतक की सुनारिया जेल में जाकर डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से पूछताछ करेगी।
क्या है मामला
12 अक्टूबर, 2015 को फरीदकोट जिले के कोटकपूरा में बरगाड़ी गांव में गुरुग्रंथ साहिब के अंग फाड़ कर गलियों में फेंक दिए गए। इसके विरोध में सिखों ने प्रदर्शन भी किया। 14 अक्टूबर, 2015: बरगाड़ी की घटना के बाद कोटकपूरा के बहिबलकलां में पुलिस तैनात कर दी गई, जिसमें पुलिस और सिख प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई। पुलिस ने फायङ्क्षरग कर दी और दो युवकों की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए। बरगाड़ी में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी में डेरा अनुयायियों की भूमिका सामने आई थी। कुछ की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।