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तीन दिन बाद सूर्यदेव के हुए दर्शन, घटा स्मॉग का प्रकोप

पराली जलाने से उपजे स्मॉग का प्रकोप सोमवार को वातावरण में कम दिखाई पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 11:43 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 11:43 PM (IST)
तीन दिन बाद सूर्यदेव के हुए दर्शन, घटा स्मॉग का प्रकोप
तीन दिन बाद सूर्यदेव के हुए दर्शन, घटा स्मॉग का प्रकोप

जागरण संवाददाता, फरीदकोट : पराली जलाने से उपजे स्मॉग का प्रकोप सोमवार को वातावरण में कम दिखाई पड़ा। स्मॉग का प्रकोप घटने से तीन दिन बाद सोमवार को सूर्यदेव के दर्शन लोगों को हुए। मौसम साफ होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।

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मौसम साफ होने से उन किसानों ने भी राहत की सांस ली है, जो कि पराली को आग नहीं लगाना चाहते है। क्योंकि मौसम खराब होने से पराली में नमी का स्तर ज्यादा होने पर बिजली प्लांटों द्वारा पराली को न लिए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही थी, ऐसे में अब जबकि मौसम साफ हो गया है तो पराली को बिजली प्लांटों हेतु पहुंचाने के कार्य में तेजी दिखाई देगी। जिले के विभिन्न हिस्सों के किसानों द्वारा धान की 95 फीसदी से ज्यादा धान की कटाई काम पूरा कर लिया गया है, और अब तक 20 फीसदी से ज्यादा किसानों द्वारा गेंहू की बिजाई का काम भी पूरा कर लिया गया है।

रविवार के मुकाबले सोमवार को वातावरण में एयर इंडेक्स 161 दर्ज किया गया, जबकि रविवार को इसका स्तर 350 था। घने स्मॉग के कारण रविवार की सुबह नेशनल हाइवे 54 पर बरगाड़ी के पास पांच वाहन आपस में टकरा गए थे, जिसमें 3 लोग घायल भी हुए थे, उक्त हादसों का कारण विजविल्टी का कम होना रहा। सोमवार को मौसम साफ होने पर वाहन विजविल्टी सामान्य होने पर वाहन चालकों ने भी राहत की सांस ली। खेतीबाड़ी विभाग द्वारा भी मौसम साफ होने पर किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित करने के कार्यो में तेजी लाई जा रही है, ताकि वह किसान जिन्होंने धान काट ली है वह अपनी पराली को एकत्र कर बिकने के लिए बिजली प्लांटों पर भिजवाएं।


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