जागरण संवाददाता. फरीदकोट।
गलती से भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले पाकिस्तान के दो किशोरों को वीरवार वापस उनके वतन भेजने के लिए फरीदकोट से अटारी ले जाया गया परंतु पाकिस्तान ट्रैवलिंग ऑर्डर आने के कारण एक बार फिर उन्हें अपने वतन के बिल्कुल पास पहुंचने के बावजूद लौटना पड़ा।
पिछले साल अदालत ने बच्चों को किया था बरी
हालांकि वे इस घड़ी का पिछले 19 माह से प्रतीक्षा कर रहे थे परंतु एक बार फिर से उनकी वतन वापसी होते-होते रह गई।
उल्लेखनीय है कि 31 अगस्त 2022 को गलती से पाकिस्तान के लाहौर निवासी दो किशोर अब्बास व हसन अली गलती से भारतीय सीमा में आ गए थे जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। अप्रैल 2023 में दोनों बच्चों को अदालत द्वारा बरी कर दिया गया था।
वीरवार को हुई रिहाई
उसके बाद से ही वे रिहा होने की प्रतीक्षा में थे। इस संबंध में लीगल एड अधिकारियों ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट
(Punjab Haryana High Court) के जज एनएस शेखावत द्वारा फरीदकोट जिले की जेलों के दौरे के दौरान इन बच्चों ने रिहाई की गुहार लगाई थी। इसके पश्चात हाई कोर्ट द्वारा जारी किए गए आदेश का पालन करते हुए जिला लीगल एड अथॉरिटी द्वारा इनकी रिहाई के प्रयास किए गए और उसके पश्चात वीरवर सुबह उनकी रिहाई हुई। जहां से टीम उन्हें अटारी के लिए लेकर रवाना हुई।
ऑर्डर मिलते ही पाकिस्तान भेज दिया जाएगा
परंतु वहां पाकिस्तान ट्रैवलिंग ऑर्डर पहुंच पाने के कारण शाम को उन्हें वापस फरीदकोट के बाल सुधार गृह में लाया गया जिसके चलते उनकी वतन वापसी एक बार फिर से टल गई और अब उन्हें ऑर्डर मिलने तक की प्रतीक्षा करनी होगी।
इस संबंध में बाल सुधार गृह के सुपरिंटेंडेंट राज कुमार ने बताया कि दिल्ली से पाकिस्तान हाई कमीशन से पाकिस्तान ट्रैवलिंग ऑर्डर मिलने के कारण दोनों किशोरों को पाकिस्तान नहीं भेजा जा सका। अब ऑर्डर मिलने की प्रतीक्षा है और जैसे ही ऑर्डर आते हैं उन्हें पाकिस्तान भेज दिया जाएगा।